महंत राम सिंह जी और संत बाबा मान सिंह जी की वार्षिक स्मृति के संबंध में डेरा बिशनपुरी नंगल खुर्द में 14 अखंड पाठ आरंभ

माहिलपुर, 2 जून- होती मर्दान संप्रदाय के डेरा बिशनपुरी नंगल खुर्द में महंत राम सिंह जी और संत बाबा मान सिंह जी की वार्षिक स्मृति के संबंध में बुधवार, 4 जून को विशेष आयोजन किया जा रहा है। इस संबंध में जानकारी देते हुए यहां के वर्तमान मुख्य प्रशासक महंत बिक्रमजीत सिंह जी ने बताया कि महापुरुषों की स्मृति में आयोजित किए जा रहे इस आयोजन के संबंध में आज गुरुद्वारा डेरा बिशनपुरी में देश-विदेश से आई संगतों द्वारा 14 श्री अखंड पाठ साहिब आरंभ किए गए।

माहिलपुर, 2 जून- होती मर्दान संप्रदाय के डेरा बिशनपुरी नंगल खुर्द में महंत राम सिंह जी और संत बाबा मान सिंह जी की वार्षिक स्मृति के संबंध में बुधवार, 4 जून को विशेष आयोजन किया जा रहा है। इस संबंध में जानकारी देते हुए यहां के वर्तमान मुख्य प्रशासक महंत बिक्रमजीत सिंह जी ने बताया कि महापुरुषों की स्मृति में आयोजित किए जा रहे इस आयोजन के संबंध में आज गुरुद्वारा डेरा बिशनपुरी में देश-विदेश से आई संगतों द्वारा 14 श्री अखंड पाठ साहिब आरंभ किए गए। 
जिसका भोग 4 जून को होगा। पाठों के भोग के बाद भाई गुरनेक सिंह जी व भाई गुरसाहिब सिंह गुरदासपुर जी संगत को महापुरुषों के परोपकारी जीवन से परिचित करवाएंगे और उन्हें सर्वशक्तिमान ईश्वर से जोड़ेंगे, जो इस ब्रह्मांड के कण-कण में मौजूद हैं और सभी जीवों का ख्याल रख रहे हैं। 
उल्लेखनीय है कि माहिलपुर के साथ लगते गांव नंगल खुर्द में स्थित डेरा बिशनपुरी देश-विदेश की संगतों के लिए आस्था का प्रतीक है। इस स्थान पर नंगल खुर्द में ही जन्मे संत बाबा बिशन सिंह जी ने गांव में तपस्या करते हुए इस स्थान का निर्माण कराया था। संत बिशन सिंह जी ने अपने दो शिष्य संत मान सिंह जी व संत राम सिंह जी बनाए, जिनका जन्म नंगल खुर्द गांव में ही हुआ था। 
इन महापुरुषों ने देश-विदेश में सिख धर्म का प्रचार-प्रसार किया। इसके साथ ही उन्होंने माहिलपुर शहर में संत बिशन सिंह मेमोरियल अस्पताल बनवाकर सरकार को दे दिया। आजकल डेरा बिशनपुरी नंगल खुर्द के वर्तमान मुख्य सेवादार महंत बिक्रमजीत सिंह के कुशल नेतृत्व में इस स्थान पर धार्मिक कार्यों के साथ-साथ समाज कल्याण के कार्य भी किए जा रहे हैं। 
जिसमें जरूरतमंद मरीजों के दांतों का इलाज किया जाता है और उन्हें मुफ्त दांत दिए जाते हैं। त्वचा रोगों का इलाज किया जाता है, सामान्य जांच शिविर लगाए जाते हैं। जरूरतमंद लोगों को कपड़े वितरित किए जाते हैं। जरूरतमंद लोगों को राशन भी दिया जाता है। इसके साथ ही पर्यावरण की शुद्धता के लिए पेड़ लगाए जाते हैं। हड्डियों और दिमाग की जांच को लेकर भी समय-समय पर शिविर लगाए जाते हैं।