
स्वास्थ्य विभाग ने आम आदमी क्लीनिक के डॉक्टरों को गैर-संचारी रोगों, बच्चों में कुपोषण और जानवरों के काटने के उपचार के बारे में प्रशिक्षण दिया
होशियारपुर- पंजाब सरकार और स्वास्थ्य विभाग पंजाब के दिशा-निर्देशों के अनुसार सिविल सर्जन डॉ. पवन कुमार शगोत्रा के कुशल मार्गदर्शन में आम आदमी क्लीनिक के चिकित्सा अधिकारियों को गैर-संचारी रोगों की सेवाएं, बच्चों में कुपोषण और जानवरों के काटने के उपचार को लागू करने के लिए जिला स्तरीय प्रशिक्षण दिया गया।
होशियारपुर- पंजाब सरकार और स्वास्थ्य विभाग पंजाब के दिशा-निर्देशों के अनुसार सिविल सर्जन डॉ. पवन कुमार शगोत्रा के कुशल मार्गदर्शन में आम आदमी क्लीनिक के चिकित्सा अधिकारियों को गैर-संचारी रोगों की सेवाएं, बच्चों में कुपोषण और जानवरों के काटने के उपचार को लागू करने के लिए जिला स्तरीय प्रशिक्षण दिया गया।
कार्यकारी सहायक सिविल सर्जन डॉ. डीपी सिंह, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. सीमा गर्ग, जिला परिवार कल्याण अधिकारी डॉ. रणजीत सिंह, बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. राजवंत कौर, चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ. मनप्रीत सिंह, जिला महामारी विशेषज्ञ डॉ. शैलेश कुमार, दंत चिकित्सक डॉ. संदीप कुमार, डिप्टी मास मीडिया अधिकारी रमनदीप कौर, कोल्ड चेन अधिकारी श्री प्रदीप कुमार, बीईई श्री अमनदीप सिंह के अलावा जिले भर के आम आदमी क्लीनिकों के चिकित्सा अधिकारियों ने इस प्रशिक्षण में भाग लिया।
प्रशिक्षण के आरंभ में जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. सीमा गर्ग ने अपने संबोधन में कहा कि इस प्रशिक्षण का उद्देश्य आम आदमी क्लीनिकों में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच बढ़ाना है ताकि कोई भी गैर संचारी रोग का मरीज, गंभीर मरीज, माता, बच्चा स्वास्थ्य सेवाओं व देखभाल से वंचित न रहे।
डॉ. सीमा गर्ग ने पशु काटने के उपचार, रोकथाम व एंटी रेबीज वैक्सीन के बारे में विस्तृत जानकारी साझा की। जिला परिवार कल्याण अधिकारी डॉ. रणजीत सिंह ने आम आदमी क्लीनिकों में 1 जुलाई से शुरू किए जाने वाले एनसीडी के नियंत्रण व रोकथाम के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम के बारे में जानकारी साझा की, जिसके तहत उच्च रक्तचाप, मधुमेह व तीन सामान्य कैंसर की जांच शामिल है।
उन्होंने ओरल कैंसर जांच व प्रोस्टेट कैंसर के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आम आदमी क्लीनिकों में ओरल कैंसर जांच के लिए सभी आवश्यक उपकरण होने चाहिए। डॉ. संदीप कुमार डुमना ने ओरल कैंसर के कारणों, जांच व उपचार के लिए सरकार द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं व सहायता के बारे में बताया।
डॉ. राजवंत कौर ने बच्चों में मध्यम व गंभीर कुपोषण के कारणों, बचाव व उपचार के बारे में जानकारी दी और कहा कि कुपोषण 5 वर्ष तक के बच्चों की मृत्यु के कारणों में से एक है। इसलिए बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए अभिभावकों की काउंसलिंग बहुत जरूरी है ताकि वे अपने बच्चों को सही समय पर सही पौष्टिक आहार दें। कुपोषण के उपचार से संबंधित केस स्टडीज पर भी चर्चा की गई।
मेडिकल स्पेशलिस्ट डॉ. मनप्रीत सिंह ने उच्च रक्तचाप व मधुमेह के लक्षण व उपचार के बारे में विस्तार से बताया। इस अवसर पर सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।
