
खटीक समाज हरियाणा के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से मुलाकात की;
चंडीगढ़, 2 जुलाई - सामाजिक, न्यायिक अधिकारिता, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण तथा भ्रष्टाचार निवारण मंत्री श्री कृष्ण कुमार बेदी के नेतृत्व में खटीक समाज हरियाणा के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज चंडीगढ़ में हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी से शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर प्रतिनिधिमंडल ने 6 सितम्बर, 2025 को हिसार में आयोजित होने वाले संत शिरोमणि दुर्बलनाथ जी की राज्य स्तरीय जयंती कार्यक्रम के लिए मुख्यमंत्री को निमंत्रण पत्र भेंट किया।
चंडीगढ़, 2 जुलाई - सामाजिक, न्यायिक अधिकारिता, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण तथा भ्रष्टाचार निवारण मंत्री श्री कृष्ण कुमार बेदी के नेतृत्व में खटीक समाज हरियाणा के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज चंडीगढ़ में हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी से शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर प्रतिनिधिमंडल ने 6 सितम्बर, 2025 को हिसार में आयोजित होने वाले संत शिरोमणि दुर्बलनाथ जी की राज्य स्तरीय जयंती कार्यक्रम के लिए मुख्यमंत्री को निमंत्रण पत्र भेंट किया।
प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि हरियाणा सरकार ने सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के सिद्धांत पर चलते हुए संत दुर्बलनाथ शिक्षा खटीक समाज को सामाजिक, धार्मिक एवं शैक्षणिक कार्यों के संचालन के लिए पीएल सेक्टर, हिसार में 781.82 वर्ग मीटर भूमि सरकारी दर पर आवंटित की है।
प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री से 6 सितम्बर को आयोजित होने वाले इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने तथा उक्त भूमि पर निर्माण कार्य का शिलान्यास करने की अपील की।
मुख्यमंत्री ने खटीक समाज द्वारा समाज की उन्नति व एकता के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि सामाजिक समरसता व भाईचारे को बढ़ावा देने के उद्देश्य से हरियाणा सरकार ने संतों व महापुरुषों के संदेशों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए संत महापुरुष सम्मान विचार व प्रसार योजना शुरू की है।
इसके तहत सभी समाजों के संतों व महापुरुषों की जयंती व विशेष दिवस राज्य स्तर पर मनाए जा रहे हैं। उन्होंने विश्वास दिलाया कि हरियाणा सरकार सामाजिक समरसता व सभी वर्गों के उत्थान के लिए सदैव प्रतिबद्ध है।
प्रतिनिधिमंडल में संत दुर्बलनाथ शिक्षा समिति, हिसार के अध्यक्ष श्री रघुबीर सिंह बड़गूजर, श्री पूर्णचंद पंवार, श्री रमेश रतवाया, श्री ठाकुर दत्त पंवार, श्री नेकराम बसवाला, श्री सालिराम चंदेल, श्री शेरसिंह खन्ना, डॉ. सतपाल चावला, प्रो. सुरेंद्र बडगूजर, एडवोकेट सुमित मैनी, श्री प्रवेश कुमार और अन्य पदाधिकारी शामिल थे।
