
पीईसी ने सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा पर केंद्रित राष्ट्रीय स्तर पर तीन दिवसीय जियो-इनोवेशन चैलेंज का आयोजन किया
चंडीगढ़, 8 अक्टूबर, 2024:- पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज (डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी) द्वारा नेशनल लेवल थ्री-डे जियो-इनोवेशन चैलेंज का आयोजन किया गया, जो कि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा प्रायोजित था। इस साल का मुख्य विषय था जियो-इनोवेट फॉर पब्लिक हेल्थकेयर। इस कार्यक्रम में कई प्रतिष्ठित अतिथियों ने शिरकत की, जिनमें प्रो. डॉ. एल. एन. ठाकुराल (सीनियर एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसर, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हाइड्रोलॉजी, रुड़की), डॉ. अथर्व पौंडारिक (सेंटर फॉर बायोमेडिकल इंजीनियरिंग, आईआईटी रोपड़), डॉ. हर अमृत सिंह संधू (प्रेसिडेंट, ASCE इंडिया सेक्शन NR), प्रो. जे. एस. सैणी और प्रो. अरुण कुमार सिंह (प्रमुख, ईसीई विभाग, पीईसी) शामिल थे।
चंडीगढ़, 8 अक्टूबर, 2024:- पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज (डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी) द्वारा नेशनल लेवल थ्री-डे जियो-इनोवेशन चैलेंज का आयोजन किया गया, जो कि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा प्रायोजित था। इस साल का मुख्य विषय था जियो-इनोवेट फॉर पब्लिक हेल्थकेयर। इस कार्यक्रम में कई प्रतिष्ठित अतिथियों ने शिरकत की, जिनमें प्रो. डॉ. एल. एन. ठाकुराल (सीनियर एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसर, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हाइड्रोलॉजी, रुड़की), डॉ. अथर्व पौंडारिक (सेंटर फॉर बायोमेडिकल इंजीनियरिंग, आईआईटी रोपड़), डॉ. हर अमृत सिंह संधू (प्रेसिडेंट, ASCE इंडिया सेक्शन NR), प्रो. जे. एस. सैणी और प्रो. अरुण कुमार सिंह (प्रमुख, ईसीई विभाग, पीईसी) शामिल थे।
इस चैलेंज का उद्देश्य युवा शोधकर्ताओं की प्रतिभा को पहचानना, उन्हें प्रोत्साहित करना और उनके नए विचारों को राष्ट्रीय सामाजिक-आर्थिक विकास में योगदान देने के लिए प्रोत्साहित करना था, विशेष रूप से उन समस्याओं का समाधान निकालना जो आज की जटिल और बदलती हुई सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौतियों से जुड़ी हुई हैं। इस तीन दिवसीय प्रतियोगिता में, प्रतिभागियों ने रचनात्मक विचारों के साथ अपनी सीखने की प्रक्रियाओं को साझा किया और संभावित समाधान खोजने के लिए एक-दूसरे से जुड़कर विचार-विमर्श किया।
चैलेंज में 55 से अधिक डॉक्टरेट छात्रों और शोधार्थियों ने अपने शोध-आलेख पंजीकृत कराए, जिनमें से 28 प्रतिभागियों को उनके विचार प्रस्तुत करने के लिए चुना गया।
इस आयोजन का समन्वयन डॉ. जसकीरत कौर, डॉ. गौरव दास और डॉ. गगनदीप सिंह ने किया। चुने गए प्रतिभागी अपनी अनूठी जियो-हेल्थ इनोवेशन की सोच को अकादमिक, शोध, उद्योग और सामाजिक क्षेत्र के विशेषज्ञों से सजी जूरी के सामने प्रस्तुत करेंगे, जो इन्हें विभिन्न तकनीकी और नवाचार मापदंडों पर परखेंगे।
