
अज्ञात व्यक्ति ने मैकेनिकों के ऑनलाइन भुगतान स्कैनर बदलकर ठगी की
एस.ए.एस. नगर, 10 जून- स्थानीय फेज 7 में स्थित स्कूटर मार्केट के मैकेनिकों के साथ एक अनोखे तरीके से ठगी करने का मामला सामने आया है। एक अज्ञात व्यक्ति ने स्कूटर मार्केट में मैकेनिकों के ऑनलाइन भुगतान स्कैनरों पर अपने स्कैनर चिपकाकर ग्राहकों द्वारा स्कैनर के माध्यम से मैकेनिकों को भुगतान की गई राशि को अपने खाते में डाल लिया।
एस.ए.एस. नगर, 10 जून- स्थानीय फेज 7 में स्थित स्कूटर मार्केट के मैकेनिकों के साथ एक अनोखे तरीके से ठगी करने का मामला सामने आया है। एक अज्ञात व्यक्ति ने स्कूटर मार्केट में मैकेनिकों के ऑनलाइन भुगतान स्कैनरों पर अपने स्कैनर चिपकाकर ग्राहकों द्वारा स्कैनर के माध्यम से मैकेनिकों को भुगतान की गई राशि को अपने खाते में डाल लिया।
स्कूटर मार्केट के अध्यक्ष श्री गुरविंदर सिंह सोहल ने कहा कि मार्केट में काम करने वाले मैकेनिकों ने अपने खातों के स्कैनर (पेटीएम, गूगल पे, भारत पे आदि) मार्केट में बूथों के खंभों पर चिपकाए हुए हैं, और पिछले दिन कोई व्यक्ति रात में आया और इन स्कैनरों पर अपने स्कैनर चिपकाकर चला गया।
उन्होंने कहा कि सुबह जब मार्केट खुली, तो काम के बाद, जब ग्राहकों ने एक मैकेनिक को स्कैनर के माध्यम से ऑनलाइन भुगतान किया, तो मैकेनिक ने बताया कि पैसे नहीं आए। इस दौरान एक अन्य मैकेनिक के साथ भी ऐसा ही हुआ, और जब स्कैनर की जांच की गई, तो पता चला कि मूल स्कैनर पर एक और स्कैनर चिपका दिया गया था, और ग्राहकों द्वारा भुगतान की गई राशि किसी और के खाते में चली गई थी।
उन्होंने कहा कि चूंकि मामला जल्दी पता चल गया, इसलिए बड़ा नुकसान टल गया, लेकिन मनी सिंह नाम के एक मैकेनिक को 300 रुपये और राजेश कुमार को 500 रुपये का नुकसान हुआ।
उन्होंने कहा कि मैकेनिकों ने अपने स्तर पर उस स्कैनर वाले व्यक्ति का नाम और फोन नंबर भी पता लगाया, जिसे भुगतान की राशि मिली, लेकिन संपर्क करने पर वह व्यक्ति इससे इनकार कर गया। उन्होंने कहा कि अब इस संबंध में पुलिस को लिखित शिकायत दी जा रही है ताकि मैकेनिकों के साथ ठगी करने वाले इस ठग का पता लगाकर उसके खिलाफ कार्रवाई की जा सके।
