स्कूल लाइब्रेरियनों को एसएलए और अन्य गैर-शिक्षण श्रेणियों के पंद्रह प्रतिशत कोटे के तहत पदोन्नति न मिलने से संबंधित कर्मचारियों में निराशा और सरकार के प्रति रोष

पटियाला- पंजाब शिक्षा विभाग पिछले कुछ समय से विभिन्न शैक्षणिक और गैर-शिक्षण संवर्गों की लगातार पदोन्नति कर रहा है, लेकिन पिछले एक साल से एसएलए/लाइब्रेरी रेस्टोरर और अन्य श्रेणियों के लाइब्रेरियनों की पदोन्नति में हो रही देरी के कारण इन श्रेणियों के कर्मचारियों में भारी निराशा है।

पटियाला- पंजाब शिक्षा विभाग पिछले कुछ समय से विभिन्न शैक्षणिक और गैर-शिक्षण संवर्गों की लगातार पदोन्नति कर रहा है, लेकिन पिछले एक साल से एसएलए/लाइब्रेरी रेस्टोरर और अन्य श्रेणियों के लाइब्रेरियनों की पदोन्नति में हो रही देरी के कारण इन श्रेणियों के कर्मचारियों में भारी निराशा है।
 गैर-शिक्षण स्कूल लाइब्रेरियन पदोन्नति मोर्चा से जुड़े साथियों, डॉ. हरप्रीत सिंह (एसएलए) पटियाला, गुरप्रीत कौर (एसएलए) पटियाला, गुरविंदर कौर (लाइब्रेरी रेस्टोरर), ज़िला अमृतसर, राजेश कुमार, (ग्रेड चार) ज़िला जालंधर ने बताया कि वे शिक्षा विभाग पंजाब के स्कूलों में गैर-शिक्षण कर्मचारी हैं।
 वे विभिन्न संवर्गों (एसएलए, लाइब्रेरी रेस्टोरर और ग्रेड चार) से संबंधित हैं। हमारे कई कैडर साथी स्नातक और बी.लिब/एम.लिब पास हैं। इसके अलावा कुछ साथियों के पास पीएचडी, एमफिल और बीएड की उच्च शैक्षणिक योग्यता भी है। 
गैर-शिक्षण पदोन्नति नियम 2018 के तहत हमारे संवर्ग के पंद्रह प्रतिशत कर्मचारियों को पुस्तकालयाध्यक्ष के पद पर पदोन्नति का प्रावधान किया गया था, जिसके तहत विभाग ने 30 दिसंबर 2021 को कुछ कर्मचारियों को पुस्तकालयाध्यक्ष के पद पर पदोन्नत किया। फिर 6 दिसंबर 2023 को दिसंबर 2021 की पदोन्नति से वंचित केवल 10 कर्मचारियों को पदोन्नत कर रिक्त पदों को भरा गया। 
वर्तमान में कई विद्यालयों में पुस्तकालयाध्यक्षों के पद रिक्त पड़े हैं, जिससे विद्यार्थी इस प्रतिस्पर्धात्मक युग में पुस्तकालय की बहुमूल्य ज्ञानवर्धक पुस्तकों को पढ़ने से वंचित रह रहे हैं और कई विद्यालयों में शिक्षकों को ही पुस्तकालय का अतिरिक्त प्रभार दिया जा रहा है, जिससे उन्हें अपने शैक्षणिक कार्यों में परेशानी आ रही है। 
पिछले समय में नॉन-टीचिंग से मास्टर कैडर, मास्टर से लेक्चरर, क्लर्क से सीनियर असिस्टेंट/सुपरिंटेंडेंट, ग्रेड-4 से एसएलए, लाइब्रेरी रेस्टोरर आदि पदों पर पदोन्नतियां की जा चुकी हैं और अन्य टीचिंग कैडर की पदोन्नतियों की प्रक्रिया भी जारी है। 
इन कर्मचारियों का एक प्रतिनिधिमंडल पिछले वर्ष से डीपीआई, स्कूल शिक्षा (सेकेंडरी), पंजाब को व्यक्तिगत रूप से और रजिस्टर्ड डाक के माध्यम से कई मांग पत्र देकर अनुरोध कर चुका है कि लाइब्रेरियन के पद पर पदोन्नति की योग्यता पूरी करने वाले कर्मचारियों की शीघ्र पदोन्नति की प्रक्रिया शुरू की जाए। हर बार डीपीआई साहिब ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया था कि उनकी लाइब्रेरी पदोन्नतियां जल्द ही कर दी जाएंगी, लेकिन विभाग ने अभी तक लाइब्रेरियन पदोन्नति की कोई प्रक्रिया शुरू नहीं की है। 
कभी कहा जाता है कि सीमावर्ती और गैर-सीमावर्ती क्षेत्रों की एक अलग वरिष्ठता सूची तैयार करनी है जो अभी तक किसी अन्य कैडर पर लागू नहीं है और बड़े पैमाने पर पदोन्नतियां की जा रही हैं, लेकिन विभाग द्वारा पिछले दो वर्षों से इस श्रेणी में लाइब्रेरियन की पदोन्नति को अकारण अतार्किक तर्क देकर लटकाया जा रहा है। जिससे इस वर्ग में भारी निराशा है। 
इस संबंध में, गैर-शिक्षण विद्यालय लाइब्रेरियन पदोन्नति मोर्चा से जुड़े साथियों ने भी मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री और शिक्षा सचिव से अपील की है कि वे विभाग को गैर-शिक्षण से लाइब्रेरियन की शीघ्र पदोन्नति के निर्देश दें। गौरतलब है कि लाइब्रेरियन के पद पर पदोन्नत कर्मचारियों की संख्या अन्य संवर्गों की तुलना में कम है और उनकी पदोन्नति से सरकार पर अधिक वित्तीय बोझ नहीं पड़ेगा।