
डिप्टी कमिश्नर आशिका जैन ने पदभार संभालते ही नशा मुक्ति एवं पुनर्वास केंद्र का दौरा किया
होशियारपुर 26 फरवरी- डिप्टी कमिश्नर आशिका जैन ने आज पदभार संभालते ही वरिष्ठ अधिकारियों के साथ जिला नशा मुक्ति एवं पुनर्वास केंद्र का दौरा किया तथा नशा पीड़ितों को दिए जाने वाले उपचार एवं सुविधाओं की समीक्षा की तथा कहा कि आने वाले समय में केंद्र में दी जा रही सुविधाओं में आवश्यक वृद्धि पर विचार किया जा रहा है।
होशियारपुर 26 फरवरी- डिप्टी कमिश्नर आशिका जैन ने आज पदभार संभालते ही वरिष्ठ अधिकारियों के साथ जिला नशा मुक्ति एवं पुनर्वास केंद्र का दौरा किया तथा नशा पीड़ितों को दिए जाने वाले उपचार एवं सुविधाओं की समीक्षा की तथा कहा कि आने वाले समय में केंद्र में दी जा रही सुविधाओं में आवश्यक वृद्धि पर विचार किया जा रहा है।
एसएसपी संदीप कुमार मलिक, डिप्टी मेडिकल कमिश्नर डॉ. हरबंस कौर तथा केंद्र के स्टाफ के साथ दौरा करते हुए डिप्टी कमिश्नर आशिका जैन ने नशा पीड़ितों से बातचीत करते हुए कहा कि पंजाब सरकार तथा जिला प्रशासन उन्हें हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए तैयार है, ताकि वे स्वस्थ जीवन का आनंद ले सकें।
उन्होंने कहा कि पीड़ितों के उपचार के साथ-साथ जिला प्रशासन उनके पूरी तरह स्वस्थ होने के बाद उनके लिए रोजगार के अवसर स्थापित करने पर भी गंभीरता से विचार कर रहा है, ताकि वे ठीक होने के बाद अपने पैरों पर खड़े हो सकें। उन्होंने कहा कि प्रशासन उपचाराधीन युवाओं के जीवन को बेहतर बनाने तथा समाज से नशे की बुराई को खत्म करने के लिए समय-समय पर सुझाव भी लेगा, जिन पर आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
डिप्टी मेडिकल कमिश्नर डॉ. हरबंस कौर, डिप्टी कमिश्नर आशिका जैन तथा एसएसपी संदीप कुमार मलिक से सेंटर की क्षमता व सुविधाओं के बारे में जानकारी लेते हुए कहा कि आने वाले दिनों में खेल, व्यायाम, कौशल विकास से संबंधित सुविधाओं को और बेहतर बनाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि सेंटर में 60 नशा पीड़ितों के इलाज की क्षमता है तथा वर्तमान में केवल 60 पीड़ितों का इलाज किया जा रहा है तथा आने वाले दिनों में बेडों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी। उन्होंने काउंसलिंग की समीक्षा करते हुए कौशल विकास की आवश्यकता पर बल दिया तथा कहा कि ठीक होने के बाद पीड़ित अपनी रूचि के अनुसार अपना काम शुरू कर सकते हैं।
एसएसपी संदीप कुमार मलिक ने कहा कि नशे की रोकथाम राज्य सरकार व पुलिस विभाग की मुख्य प्राथमिकता है, जिसके तहत नशे की रोकथाम के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। इस अवसर पर अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर निकास कुमार, सिविल सर्जन डा. पवन कुमार, मनोचिकित्सक डा. राज कुमार, मेडिकल अधिकारी डा. महिमा मन्हास के अलावा काउंसलर व स्टाफ भी मौजूद था।
