मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने गोरखपुर में हरियाणा परमाणु विद्युत परियोजना का दौरा किया।

चंडीगढ़, 14 जून - हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और केंद्रीय विद्युत तथा आवास एवं शहरी मामले मंत्री मनोहर लाल ने शनिवार को फतेहाबाद के गोरखपुर में हरियाणा परमाणु विद्युत परियोजना का संयुक्त रूप से दौरा किया। इस दौरान मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने यहां चल रहे निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा की और अधिकारियों को निर्देश दिए कि चल रहे विभिन्न निर्माण कार्यों को निर्धारित मानकों के अनुसार शीघ्र पूरा किया जाए।

चंडीगढ़, 14 जून - हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और केंद्रीय विद्युत तथा आवास एवं शहरी मामले मंत्री मनोहर लाल ने शनिवार को फतेहाबाद के गोरखपुर में हरियाणा परमाणु विद्युत परियोजना का संयुक्त रूप से दौरा किया। इस दौरान मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने यहां चल रहे निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा की और अधिकारियों को निर्देश दिए कि चल रहे विभिन्न निर्माण कार्यों को निर्धारित मानकों के अनुसार शीघ्र पूरा किया जाए। 
उन्होंने कहा कि परमाणु ऊर्जा पर्यावरण की दृष्टि से बेहतर ऊर्जा उत्पादन का स्रोत है। समीक्षा बैठक में एनपीसीआईएल के परियोजना निदेशक श्री जितेंद्र कुमार जैन ने परमाणु ऊर्जा विभाग और एनपीसीआईएल के कार्यों के अलावा परमाणु विद्युत उत्पादन बढ़ाने, गोरखपुर परमाणु विद्युत संयंत्र के निर्माण कार्य, सीएसआर और जागरूकता कार्यक्रमों के बारे में प्रस्तुतिकरण दिया। 
केंद्रीय विद्युत मंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि यह महत्वपूर्ण परियोजना न केवल हरियाणा बल्कि उत्तर भारत की दीर्घकालिक ऊर्जा जरूरतों को भी पूरा करेगी। साथ ही यह स्वच्छ और सतत ऊर्जा समाधान के प्रति प्रतिबद्धता को और मजबूत करेगी। उन्होंने कहा कि इस तरह की परियोजनाएं देश को वर्ष 2070 तक शून्य कार्बन उत्सर्जन के लक्ष्य को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में यह परियोजना देश को परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में अग्रणी बनाने तथा आत्मनिर्भरता सुनिश्चित करने की दिशा में एक दूरदर्शी कदम है। 
समीक्षा बैठक के दौरान केन्द्रीय मंत्री ने चल रहे निर्माण कार्यों की विस्तृत जानकारी प्राप्त की तथा अधिकारियों को सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए निर्धारित मानकों के अनुसार कार्यों को समय पर पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आम जनता में परमाणु सुरक्षा के प्रति किसी प्रकार की शंका न रहे, इसके लिए अधिक से अधिक लोगों को जागरूक किया जाए। वे आस-पास के क्षेत्र में भी लोगों के बीच जाकर उन्हें परमाणु सुरक्षा के बारे में बताएं। केन्द्रीय मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सीएलआर फंड के बेहतर उपयोग के लिए वे प्रशासनिक अधिकारियों तथा जनप्रतिनिधियों से समन्वय स्थापित कर दूरदर्शी विकास कार्यों को प्राथमिकता दें। 
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह परियोजना प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के वर्ष 2047 तक देश को विकसित भारत बनाने के लक्ष्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। उन्होंने कहा कि परमाणु ऊर्जा संयंत्र ऊर्जा उत्पादन के अन्य स्रोतों की तुलना में दीर्घावधि में सस्ते होते हैं तथा प्रदूषण की समस्या भी नगण्य होती है। केंद्रीय मंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि आगामी मानसून सीजन में परमाणु संयंत्र परिसर में 20000 से अधिक पौधे लगाए जाएंगे। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सभी राज्यों से यह भी अपील की गई है कि जहां भी परमाणु संयंत्र स्थापित करने की संभावना है, वहां कम से कम एक परमाणु ऊर्जा संयंत्र स्थापित करें तथा पहले से लगे संयंत्रों के विस्तार के लिए कार्य करें। 
श्री मनोहर लाल ने कहा कि बेहतर परिणामों के लिए इस परियोजना का निर्माण कार्य जल्द से जल्द पूरा किया जाए तथा यदि कोई समस्या आती है तो केंद्र व राज्य सरकार को अवगत कराया जाए। समीक्षा बैठक से पूर्व मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी व कांदरी मंत्री श्री मनोहर लाल का अनुशिल्प भवन पहुंचने पर एनपीसीआईएल के अधिकारियों ने शॉल व स्मृति चिह्न भेंट कर स्वागत किया। बैठक के बाद मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी और केंद्रीय मंत्री श्री मनोहर लाल ने मौके पर जाकर निर्माण कार्य का निरीक्षण भी किया। उन्होंने कहा कि अधिकारी एक परियोजना के निर्माण कार्य को पूरा करने के साथ-साथ दूसरी परियोजना के निर्माण कार्य को भी पूरा करने की रूपरेखा तैयार करें। 
इस अवसर पर राज्यसभा सांसद श्री सुभाष बराला, मुख्य सचिव श्री अनुराग रस्तोगी, अतिरिक्त मुख्य सचिव (बिजली) श्री अपूर्व कुमार सिंह, सीईए के सदस्य श्री अजय ताजेगांवकर, एचआरपीए के निदेशक श्री सुरेश बाबू, निदेशक परियोजनाएं श्री एन.के. मित्रवाल, श्री संजीव कुमार सिंगला, श्री एच.के. नागोतिया सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति और अधिकारी उपस्थित थे।