
गांव मंडौर के किसानों ने 100 एकड़ जमीन से गांठें बनाकर भूसे का वितरण किया
उपायुक्त ने पराली प्रबंधन करने वाले प्रगतिशील किसानों को सम्मानित किया
उपायुक्त ने पराली प्रबंधन करने वाले प्रगतिशील किसानों को सम्मानित किया
नाभा/पटियाला, 25 अक्टूबर- जिला पटियाला के गांव मंदौर के किसान इंद्रजीत सिंह और अमरीक सिंह ने पराली प्रबंधन के लिए जिला प्रशासन द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की और कहा कि प्रशासन से संपर्क करने पर जिला प्रशासन ने तुरंत पराली की गांठें बनाना शुरू कर दिया। गांव में बेलर भेजा गया, जिससे पहले ही दिन करीब 75 एकड़ में पराली की गांठें बनाई गईं।
किसान इंद्रजीत सिंह ने बताया कि गांव मंडौर के किसानों ने एकत्रित होकर पहले पराली को आग लगाने का फैसला किया, लेकिन नाभा की तहसीलदार मैडम अंकिता से फोन पर बात हुई तो उन्होंने आश्वासन दिया कि दो दिन के अंदर गांव में बेलर आ जाएगा। किसानों द्वारा यह भी निर्णय लिया गया कि जिला प्रशासन द्वारा दिए गए आश्वासन के अनुसार दो दिन तक पराली में आग नहीं लगाई जाएगी, लेकिन प्रशासन ने अगले ही दिन गांव में बेलर भेज दिया, जिससे यह कार्य शुरू हो गया। किसानों के खेतों में पड़ी पराली की गांठें बनाने का काम शुरू हो गया
उन्होंने बताया कि पहले दिन 75 एकड़ भूमि में पराली की गांठें बनाई गईं और अब प्रतिदिन 100 एकड़ भूमि में पराली की गांठें बनाई जा रही हैं। उन्होंने किसानों के साथ लगातार संपर्क बनाए रखने के लिए उपायुक्त साक्षी साहनी और पूरे जिला प्रशासन की सराहना की और कहा कि इससे किसानों में सरकार के प्रशासन के प्रति विश्वसनीयता बनती है।
इस मौके पर डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी ने गांव मंडौर के किसान इंद्रजीत सिंह और अमरीक सिंह को पराली जलाने की बजाय खेतों में मिलाने के प्रयासों के लिए सराहना पत्र दिया।
ऐसे प्रगतिशील किसानों की बदौलत ही पर्यावरण को होने वाले नुकसान को रोका जा सकता है। उन्होंने कहा कि न केवल अपने गांव बल्कि आसपास के गांवों में भी पराली प्रबंधन के लिए उनके द्वारा किए गए प्रयास सराहनीय हैं।
साक्षी साहनी ने कहा कि किसानों को अपने पास उपलब्ध मशीनरी के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए व्हाट्सएप चैट बॉट 73800-16070 का उपयोग करना चाहिए और कृषि कल्याण विभाग के किसान कल्याण विभाग के संपर्क में रहना चाहिए ताकि पराली प्रबंधन के साथ-साथ अगली फसल भी समय पर बोया जा सकता है
