
नशे के खिलाफ लड़ाई में पंजाब एक नया प्रकाश स्तंभ बनकर उभरेगा: स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह
एस ए एस नगर, 1 मई, 2025: भगवंत सिंह मान सरकार ने अपने चल रहे अभियान, युद्ध नशों के विरुद्ध के अहम हिस्से के रूप में एक और नया अग्रणी कदम उठाते हुए, आज मोहाली सेक्टर 66 में अपग्रेडेड और नवीनीकृत "नशा मुक्ति केंद्र" का उद्घाटन किया, जिसमें बिस्तरों की क्षमता बढ़ाकर 100 कर दी गई है तथा सन फाउंडेशन की सहायता से कौशल प्रशिक्षण पाठ्यक्रम शुरू किए गए हैं। यहां जल्द ही एक और मंजिल का निर्माण कर बिस्तर क्षमता 200 तक बढ़ा दी जाएगी।
एस ए एस नगर, 1 मई, 2025: भगवंत सिंह मान सरकार ने अपने चल रहे अभियान, युद्ध नशों के विरुद्ध के अहम हिस्से के रूप में एक और नया अग्रणी कदम उठाते हुए, आज मोहाली सेक्टर 66 में अपग्रेडेड और नवीनीकृत "नशा मुक्ति केंद्र" का उद्घाटन किया, जिसमें बिस्तरों की क्षमता बढ़ाकर 100 कर दी गई है तथा सन फाउंडेशन की सहायता से कौशल प्रशिक्षण पाठ्यक्रम शुरू किए गए हैं। यहां जल्द ही एक और मंजिल का निर्माण कर बिस्तर क्षमता 200 तक बढ़ा दी जाएगी।
पंजाब के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने राज्यसभा सदस्य और सन फाउंडेशन के संरक्षक विक्रमजीत सिंह साहनी और एसएएस नगर के विधायक कुलवंत सिंह की उपस्थिति में इस नवीनीकृत बुनियादी ढांचे का उद्घाटन किया।
मीडिया को संबोधित करते हुए डॉ. बलबीर सिंह ने कहा कि आप के राष्ट्रीय संयोजक श्री अरविंद केजरीवाल के दूरदर्शी विजन और मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब जल्द ही नशे के खिलाफ लड़ाई में दुनिया भर में एक मार्गदर्शक मॉडल के रूप में उभरेगा। उन्होंने कहा कि नशीली दवाओं का दुरुपयोग विश्व की एक आम समस्या है और हर कोई अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए इससे छुटकारा पाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है।
उन्होंने कहा कि करीब एक माह पहले भगवंत सिंह मान सरकार ने नशा तस्करों के खिलाफ ‘ड्रग्स पर युद्ध’ नाम से निर्णायक जंग छेड़ी थी, जिसमें तस्करों को सलाखों के पीछे भेजना, भारी मात्रा में नशा बरामद करना तथा घरों को ध्वस्त करना जैसे अनुकरणीय अभियान चलाए गए, जिसका सीधा असर सप्लाई चेन को खत्म करने पर पड़ा है। अब राज्य में नशे की लत में फंस चुके युवाओं को बचाने के लिए उपचार एवं पुनर्वास को मजबूत किया जा रहा है। पंजाब ने नशा मुक्ति केन्द्रों में बिस्तरों की संख्या मौजूदा 1500 से बढ़ाकर 5000 कर दी है तथा विभिन्न गैर सरकारी संगठनों की सहायता से पुनर्वास केन्द्रों में कौशल प्रशिक्षण पाठ्यक्रम शुरू किए गए हैं।
सांसद विक्रमजीत सिंह साहनी के नेतृत्व वाली सन फाउंडेशन द्वारा कौशल प्रशिक्षण प्रदान करके नशे की लत में फंसे युवाओं के पुनर्वास में हाथ बढ़ाने के प्रयासों की सराहना करते हुए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री ने कहा कि इस एनजीओ ने राज्य के 19 सरकारी नशा मुक्ति और पुनर्वास केंद्रों में ये कौशल प्रशिक्षण केंद्र स्थापित करने पर सहमति व्यक्त की है, जिसकी शुरुआत अमृतसर, जालंधर और आज मोहाली से हुई है।
नशा मुक्ति केंद्र मोहाली में शुरू किए गए कोर्स/गतिविधियों की सूची देते हुए उन्होंने बताया कि कंप्यूटर कोर्स, मोबाइल रिपेयर कोर्स, कुकिंग कोर्स, इलेक्ट्रीशियन कोर्स, ऑर्गेनिक सब्जी व फल बागवानी, मनोरंजन कक्ष, जिम और खेल क्षेत्र आदि इसका हिस्सा हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि ओ.ओ.ए.टी. केन्द्रों (जिन्हें अब नशा मुक्ति केन्द्र कहा जाएगा) की संख्या बढ़ाकर 565 कर दी गई है और इन केन्द्रों के माध्यम से नशीली दवाओं के वितरण के रिकार्ड को डिजिटल कर दिया गया है।
डॉ. बलबीर सिंह ने कहा कि पंजाब को नशा मुक्त बनाने के लिए सभी निजी मेडिकल कॉलेजों और नर्सिंग कॉलेजों को 'युद्ध नशों के विरुद्ध' अभियान का हिस्सा बनने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि निजी मेडिकल कॉलेजों ने नशा मुक्ति उपचार के लिए 1200 सीटों की पेशकश करके सरकार को सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि पंजाब में कुल 5000 बेडों के मुकाबले नशा मुक्त केन्द्रों में लगभग 2500 मरीज हैं।
उन्होंने कहा कि कई गैर-सरकारी संगठन नशे के खिलाफ लड़ाई में राज्य की मदद के लिए आगे आ रहे हैं।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने नशे के खिलाफ संयुक्त लड़ाई का आह्वान करते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि नार्को आतंकवाद और गैंगस्टरवाद को समाप्त करके पंजाब को रंगला पंजाब बनाया जाए।
राज्यसभा सदस्य विक्रमजीत सिंह साहनी ने कहा कि वह और उनका एनजीओ सन फाउंडेशन सदैव युवाओं के कल्याण के लिए काम करते रहेंगे। उन्होंने राज्य सरकार का नशीले पदार्थों के खिलाफ ऐतिहासिक लड़ाई का हिस्सा बनने का अवसर देने के लिए धन्यवाद दिया, जिससे प्रभावित युवाओं को स्वस्थ और सम्मानजनक जीवन जीने का मौका मिलेगा।
विधायक कुलवंत सिंह ने इन सुधारों और नवीनीकरणों के लिए मोहाली के नशा मुक्ति केंद्र का चयन करने के लिए स्वास्थ्य मंत्री का धन्यवाद किया, जिन्होंने यहां कौशल प्रशिक्षण पाठ्यक्रम शुरू करके बुनियादी ढांचे और अन्य नवाचार प्रदान किए हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने राज्यसभा सदस्य और मोहाली के विधायक के साथ नशा मुक्ति केंद्र का दौरा भी किया और वहां उपचार करा रहे युवाओं से बातचीत की। उन्होंने उन्हें जीवन में आगे बढ़ने के लिए उपचार और पुनर्वास का आश्वासन दिया। सभी गणमान्य व्यक्तियों ने केंद्र में बनाए गए किचन गार्डन में पौधे भी लगाए, ताकि उपचाराधीन लोग व्यक्तिगत रूप से सब्जी और फलों के पेड़ों को अपना सकें और उनकी देखभाल कर सकें।
इस अवसर पर पंजाब हेल्थ सिस्टमनिगम के चेयरमैन रमन बहल, वाइस चेयरमैन मनिंदरजीत सिंह घनौर, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव कुमार राहुल, सचिव बसंत गर्ग, एडीसी सोनम चौधरी और सिविल सर्जन डॉ. संगीता जैन सहित अन्य प्रमुख हस्तियां उपस्थित थीं।
