मानवता और प्रकृति के प्रति दया दिखाना ही असली धर्म है - जस्सा सिंह

पटियाला, 8 जुलाई- डेडिकेटेड ब्रदर्स ग्रुप पटियाला के नेकदिल कार्यकर्ताओं की तरह हर इंसान, बच्चे और युवा को मानवता, प्रकृति और जरूरतमंदों के प्रति दया, विनम्रता, सहनशीलता और सहयोग की भावना और आदत डालनी चाहिए, यह विचार सरबत दा भला चैरिटेबल ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जस्सा सिंह संधू ने भाषा भवन में सरबत दा भला चैरिटेबल ट्रस्ट की मानवीय गतिविधियों की जानकारी देते हुए सभी के कल्याण के लिए प्रयासरत कुछ प्रसिद्ध हस्तियों और शिक्षकों को सम्मानित करते हुए व्यक्त किए।

पटियाला, 8 जुलाई- डेडिकेटेड ब्रदर्स ग्रुप पटियाला के नेकदिल कार्यकर्ताओं की तरह हर इंसान, बच्चे और युवा को मानवता, प्रकृति और जरूरतमंदों के प्रति दया, विनम्रता, सहनशीलता और सहयोग की भावना और आदत डालनी चाहिए, यह विचार सरबत दा भला चैरिटेबल ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जस्सा सिंह संधू ने भाषा भवन में सरबत दा भला चैरिटेबल ट्रस्ट की मानवीय गतिविधियों की जानकारी देते हुए सभी के कल्याण के लिए प्रयासरत कुछ प्रसिद्ध हस्तियों और शिक्षकों को सम्मानित करते हुए व्यक्त किए। 
उन्होंने कहा कि जीवन में हमेशा अपने लिए नहीं बल्कि मानवता की सुरक्षा, सम्मान, समृद्धि और प्रगति के लिए ईमानदारी से प्रयास करना चाहिए और अपने घर और परिवार के लिए प्रार्थना, धन्यवाद और आशीर्वाद लेकर जाना चाहिए। 
डेडिकेटेड ब्रदर्स ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. राकेश वर्मी, सचिव हरप्रीत सिंह संधू ने कहा कि वर्तमान में उनके सदस्यों के सहयोग व नेतृत्व में जरूरतमंदों, विद्यार्थियों, मरीजों, बेरोजगार युवाओं व अस्पतालों में आपातकालीन स्थिति में घायलों की अकेले देखभाल करने का प्रयास किया जा रहा है।
 इस अवसर पर पूर्व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री सुशील कुमार ने कहा कि डेडिकेटेड ब्रदर्स ग्रुप को विद्यार्थियों, अध्यापकों व नागरिकों को यातायात दुर्घटनाओं, आपदाओं, महामारी में बचाव व पीड़ितों की सहायता के लिए मिशन चलाना चाहिए, क्योंकि बच्चों, युवाओं व नागरिकों की अधिकांश मौतें अचानक होने वाली घटनाओं के कारण होती हैं। 
स्टेज सचिव डॉ. रिश्मा कोहली ने कहा कि मानवता व प्रकृति की सुरक्षा, स्वास्थ्य व खुशहाली के लिए डीबीजी अपने सदस्यों के नेतृत्व में 34 प्रोजेक्ट चला रहा है। इसके अलावा रेडक्रॉस सोसायटी के सेवानिवृत्त प्रशिक्षण पर्यवेक्षक श्री काका राम वर्मा के माध्यम से शिक्षण संस्थानों, पुलिस कारखानों व एनएसएस शिविरों में आपदा प्रबंधन, नागरिक सुरक्षा, प्राथमिक चिकित्सा व अग्नि सुरक्षा पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। 
कीमती जीवन बचाने वाले विद्यार्थियों, कर्मचारियों, पुलिस फायर ब्रिगेड कर्मियों को मददगार देवदूत के रूप में सम्मानित किया जाता है। सेवानिवृत्त कमांडेंट श्री पवन कुमार ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि जब तक शरीर में प्राण, साहस, स्फूर्ति और साहस है, तब तक मानवता और प्रकृति की भलाई, सुरक्षा, सम्मान, समृद्धि और प्रगति के लिए प्रयास करते रहना चाहिए।