माओवादियों और आदिवासियों की हत्याओं के खिलाफ जिला स्तरीय सम्मेलन

नवांशहर: 30 जून- आज लोकतांत्रिक अधिकार सभा जिला शहीद भगत सिंह नगर ने जन संगठनों के सहयोग से छत्तीसगढ़ में मोदी सरकार द्वारा आदिवासियों और माओवादियों की हत्याओं के खिलाफ शहीद मलकीत चंद महली भवन, बंगा रोड, नवांशहर में सम्मेलन का आयोजन किया। इस सम्मेलन की अध्यक्षता सुरिंदर सिंह बैंस, सतीश कुमार, सतपाल सलोह, सतनाम सिंह गुलाटी, कुलविंदर सिंह वड़ैच ने की।

नवांशहर: 30 जून- आज लोकतांत्रिक अधिकार सभा जिला शहीद भगत सिंह नगर ने जन संगठनों के सहयोग से छत्तीसगढ़ में मोदी सरकार द्वारा आदिवासियों और माओवादियों की हत्याओं के खिलाफ शहीद मलकीत चंद महली भवन, बंगा रोड, नवांशहर में सम्मेलन का आयोजन किया। इस सम्मेलन की अध्यक्षता सुरिंदर सिंह बैंस, सतीश कुमार, सतपाल सलोह, सतनाम सिंह गुलाटी, कुलविंदर सिंह वड़ैच ने की। 
इस अवसर पर सम्मेलन के मुख्य वक्ता दलजीत सिंह एडवोकेट ने संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में मोदी सरकार द्वारा आदिवासियों और माओवादियों पर किए जा रहे हमलों का मतलब देशी-विदेशी कॉरपोरेट्स द्वारा जल, जंगल, जमीन और प्राकृतिक संपदा की लूट है। इस दमन और लूट के खिलाफ उठने वाली हर आवाज को दबा दिया जाना चाहिए, जो भी कलम चलाई जाए उसे तोड़ दिया जाना चाहिए और जो भी राय लामबंद हो उसे दमन की कुल्हाड़ी से काट दिया जाना चाहिए। इस तरह मोदी सरकार खुद संवैधानिक और लोकतांत्रिक मूल्यों को अपने पैरों तले रौंद रही है। 
उन्होंने 50 साल पहले देश में लगाए गए आपातकाल के दिनों का जिक्र करते हुए कहा कि यह शासक वर्गों का आर्थिक संकट था जिसके कारण उस समय इंदिरा गांधी सरकार ने देश पर आपातकाल लगाया था। आज भी आर्थिक संकट गंभीर रूप ले चुका है और मोदी सरकार फासीवादी रास्ते पर चल रही है। उन्होंने कहा कि बस्तर, आदिवासी इलाकों, पंजाब समेत हमारे देश के तमाम मेहनतकशों पर तीखे शब्दों में बात की जा रही है। उन्होंने कहा कि हमें लोकतांत्रिक क्रांतिकारी राजनीतिक मुद्दों के साथ-साथ आर्थिक और सामाजिक मुद्दों को भी संघर्ष का आधार बनाने की जरूरत है।
 उन्होंने कहा कि देश के गृह मंत्री अमित शाह 31 मार्च 2026 तक कम्युनिस्ट क्रांतिकारियों के खात्मे की घोषणा कर रहे हैं। माओवादियों और आदिवासियों को घेर-घेर कर मारा जा रहा है और पुलिस मुठभेड़ की कहानियां गढ़ी जा रही हैं। गंभीर आपराधिक धाराएं लगाकर लोगों को जेल में डाला जा रहा है। अमित शाह शहरी नक्सलियों से निपटने की घोषणा कर देशभर के बुद्धिजीवियों को धमका रहे हैं। उन्होंने कहा कि लूट व उत्पीड़न से सशस्त्र संघर्षों का उभरना एक सामाजिक घटना है। 
इस अवसर पर लोकतांत्रिक अधिकार सभा के जिला अध्यक्ष अशोक कुमार, आईएफटीयू के राज्य अध्यक्ष कुलविंदर सिंह वड़ैच, कीर्ति किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष सुरिंदर सिंह बैंस, तर्कशील सोसायटी जोन नवांशहर के संयोजक सतपाल सलोह, डॉ. अंबेडकर वेलफेयर ट्रस्ट नवांशहर के अध्यक्ष सतीश कुमार, प्रोफेसर दिलबाग सिंह, सतनाम सिंह गुलाटी, डीटीएफ के राज्य नेता मुकेश कुमार, कर्मचारी नेता जसवीर मोरों ने भी समागम को संबोधित किया। सरबजीत मंगूवाल व हरी राम रसूलपुरी ने क्रांतिकारी गीत प्रस्तुत किए। मंच का संचालन लोकतांत्रिक अधिकार सभा के जिला सचिव जसबीर दीप ने किया।