आतंकवाद के खिलाफ भारत का सख्त रुख: प्रधानमंत्री मोदी ने दुनिया को दिया कड़ा संदेश; वरिष्ठ पत्रकार और शिक्षाविद संजीव कुमार ने प्रधानमंत्री के संबोधन पर व्यक्त किए अपने विचार

होशियारपुर- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए आतंकवाद के मुद्दे पर भारत की अडिग नीति को दोहराया और वैश्विक समुदाय को एक सख्त संदेश दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा से कभी समझौता नहीं करेगा और परमाणु शक्ति संपन्न राष्ट्र होने के बावजूद किसी भी प्रकार के दबाव में नहीं आएगा।

होशियारपुर- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए आतंकवाद के मुद्दे पर भारत की अडिग नीति को दोहराया और वैश्विक समुदाय को एक सख्त संदेश दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा से कभी समझौता नहीं करेगा और परमाणु शक्ति संपन्न राष्ट्र होने के बावजूद किसी भी प्रकार के दबाव में नहीं आएगा।
हाल ही में की गई सैन्य कार्रवाई — ऑपरेशन सिंदूर — को प्रधानमंत्री ने “स्थगित, समाप्त नहीं” बताया, जिससे यह संकेत मिला कि यदि भारत को उकसाया गया तो सभी विकल्प खुले हैं। उन्होंने देश के वीर सैनिकों, वैज्ञानिकों और शहीदों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की, जिन्होंने देश की संप्रभुता की रक्षा के लिए अपने प्राण न्यौछावर किए।
किसी देश का नाम लिए बिना, प्रधानमंत्री मोदी ने स्पष्ट किया कि बातचीत का विषय केवल और केवल पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) हो सकता है। उनका यह बयान अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा युद्धविराम की अपील और कश्मीर मुद्दे पर वार्ता के लिए किए गए ट्वीट के बाद आया।
वरिष्ठ पत्रकार और शिक्षाविद संजीव कुमार ने अपने विचार साझा करते हुए कहा, “प्रधानमंत्री ने युद्धविराम को लेकर उठ रहे तमाम सवालों और शर्तों पर पूर्णविराम लगा दिया है। भारत का रुख स्पष्ट है—बातचीत कभी भी राष्ट्रीय सुरक्षा की कीमत पर नहीं हो सकती।”
प्रधानमंत्री का यह दृढ़ और स्पष्ट रुख भारत की भू-राजनीतिक स्थिति में एक नए दौर की शुरुआत का संकेत देता है—एक ऐसा रुख जो दुनिया से सम्मान की अपेक्षा करता है और यह साफ संदेश देता है: आतंकवाद का जवाब कमजोरी से नहीं, ताकत से दिया जाएगा।
संजीव कुमार वरिष्ठ पत्रकार और शिक्षाविद हैं। उनका मानना है कि प्रधानमंत्री का यह संबोधन राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य पर दूरगामी प्रभाव डालेगा।