निक्कियां क्रुम्बलां बच्चों की एक प्यारी और मनमोहक पत्रिका है - सुखी बाठ

माहिलपुर - इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में सूचीबद्ध बच्चों की पत्रिका निक्कियां क्रुम्बलां बच्चों की एक लोकप्रिय पत्रिका है। यह विचार पंजाब भवन सरी के निदेशक श्री सुखी बाठ ने निक्कियां क्रुम्बलां के नवीनतम अंक का विमोचन करते हुए व्यक्त किये। जिसके लिए बलजिंदर मान और क्रुम्बलां परिवार बधाई के पात्र हैं।

माहिलपुर - इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में सूचीबद्ध बच्चों की पत्रिका निक्कियां क्रुम्बलां बच्चों की एक लोकप्रिय पत्रिका है। यह विचार पंजाब भवन सरी के निदेशक श्री सुखी बाठ ने निक्कियां क्रुम्बलां के नवीनतम अंक का विमोचन करते हुए व्यक्त किये। जिसके लिए बलजिंदर मान और क्रुम्बलां परिवार बधाई के पात्र हैं।
बाल कल्याण के ऐसे कार्य आम होने चाहिए लेकिन हम सभी समृद्ध मूल्यों को भूलते जा रहे हैं। आज पंजाबियों को अपने बच्चों को अपनी मातृभाषा से जोड़ने की विशेष आवश्यकता है। बच्चों में अपनी मातृभाषा के प्रति प्रेम जगाने का एक आसान और सस्ता साधन चित्र पुस्तकें और बच्चों की पत्रिकाएँ हैं, इसलिए प्रत्येक पंजाबी घर में, आयु वर्ग के अनुसार बच्चों को किताबें और बच्चों की पत्रिकाएं अवश्य मिलनी चाहिए l उन शिक्षकों से इस कार्य में अपना योगदान देने की अपील की l
पंजाबियों का अस्तित्व केवल अपनी मातृभाषा और अपनी संस्कृति से है। इसलिए आज हमें इस मुद्दे पर गहराई से सोचने की जरूरत है। अध्यक्षता मंडल में शामिल जिला शिक्षा अधिकारी (एलिमेंटरी) कमलदीप कौर, साहित्यकार गुरमीत हयातपुरी, प्रिंसिपल अमनदीप शर्मा, प्रदीप सिंह मौजी, संपादक सतीश जोरा और बग्गा सिंह आर्टिस्ट ने कहा कि कई नए साहित्यकार छोटे समूहों के कारण आगे बढ़ रहे हैं। बच्चों को भी अपनी लेखनी के माध्यम से चमकने का विशेष अवसर मिल रहा है। इस अवसर पर छात्र साहित्यकारों ने भी अपनी रचनाएँ प्रस्तुत कीं
मनदीप कौर प्रीत, उमा कमल, केवल कौर, नितन सुमन, संदीप सिंह, प्रीत हीर, उंकार सिंह तेजे, सुखमन सिंह, बलवीर सिंह, केवल कौर, सत प्रकाश, गीतांजलि, रोहित कुमार, प्रि मंजीत कौर, हरवीर निक्कियां क्रुम्बलां रिलीज़ पर समारोह में मान और कुलदीप कौर बैंस सहित विद्यार्थी और साहित्य प्रेमी उपस्थित थे
अंत में बलजिंदर मान ने सभी का धन्यवाद करते हुए कहा कि माता-पिता और शिक्षकों को अपने बच्चों को अपनी मातृभाषा में विशेषज्ञ बनाना चाहिए ताकि वे जीवन के सभी कौशल सीख सकें।