
जत्थेदारों को हटाए जाने के खिलाफ दमदमी टकसाल का प्रदर्शन
अमृतसर: दमदमी टकसाल ने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की आंतरिक कमेटी की बैठक में तख्तों के जत्थेदारों को जबरन सेवानिवृत्त करने और नए जत्थेदारों को नियुक्त करने के फैसले का विरोध करते हुए इसे मर्यादा का उल्लंघन बताया है। टकसाल के प्रमुख बाबा हरनाम सिंह खालसा ने कहा कि इस मामले में सिख सिद्धांतों और तख्त साहबानों का अपमान किया गया है।
अमृतसर: दमदमी टकसाल ने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की आंतरिक कमेटी की बैठक में तख्तों के जत्थेदारों को जबरन सेवानिवृत्त करने और नए जत्थेदारों को नियुक्त करने के फैसले का विरोध करते हुए इसे मर्यादा का उल्लंघन बताया है। टकसाल के प्रमुख बाबा हरनाम सिंह खालसा ने कहा कि इस मामले में सिख सिद्धांतों और तख्त साहबानों का अपमान किया गया है।
उन्होंने कहा कि पंथिक शिष्टाचार के अनादर को देखते हुए 14 मार्च को पंज प्यारा पार्क के सामने दमदमी टकसाल स्थल गुरुद्वारा गुरुदर्शन प्रकाश (श्री आनंदपुर साहिब) में सिखों का पंथिक समागम आयोजित किया जा रहा है।
उन्होंने सभी संत समाज, निहंग सिंह संगठनों, सिख संस्थाओं और पूरे पंथ से इस समागम में शामिल होने की अपील की है। इस संबंध में एक वीडियो संदेश में दमदमी टकसाल के प्रमुख और संत समाज के अध्यक्ष बाबा हरनाम सिंह खालसा भिंडरावाले ने कहा कि इस बैठक में तख्तों के जत्थेदारों को मनमाने ढंग से और बिना किसी पंथिक भावनाओं के हटाने का फैसला किया गया है।
उन्होंने किसी का नाम लिए बगैर कहा कि कुछ व्यक्तियों के स्वार्थ और अहंकार के कारण पंथिक सिद्धांतों को कमजोर किया गया है। उल्लेखनीय है कि दमदमी टकसाल के अलावा अन्य सिख संगठन भी इस मामले में शिरोमणि कमेटी की कड़ी आलोचना कर रहे हैं। कई जगहों पर सिख संगठन भी शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के इस फैसले का विरोध कर रहे हैं। कल श्री हरमंदिर साहिब के हेड ग्रंथी ज्ञानी रघबीर सिंह ने भी आरोप लगाया कि तख्त श्री केसगढ़ साहिब के जत्थेदार की सेवा के दौरान शिष्टाचार का उल्लंघन किया गया।
