डिप्टी कमिश्नर ने सिट्रस एस्टेट और एफएपीआरओ का किया दौरा

होशियारपुर- डिप्टी कमिश्नर आशिका जैन ने आज सिट्रस एस्टेट और एफएपीआरओ, भूंगा का दौरा किया और फसल विविधीकरण की जरूरत पर जोर दिया तथा किसानों से समय की मांग के अनुसार बड़े पैमाने पर बागवानी अपनाने का आह्वान किया। सिट्रस एस्टेट में किन्नू की ग्रेडिंग और वैक्सिंग यूनिट, किसानों को किराए पर उपलब्ध कराए जाने वाले कृषि यंत्रों, किसानों के लिए विशेष रूप से तैयार जैविक खादों और कृषि दवाइयों की व्यवस्था का जायजा लेते हुए डिप्टी कमिश्नर आशिका जैन ने कहा कि किसानों को सब्जियों और फलों की खेती के लिए सिट्रस एस्टेट के विशेषज्ञों से अधिक से अधिक सहयोग लेना चाहिए।

होशियारपुर- डिप्टी कमिश्नर आशिका जैन ने आज सिट्रस एस्टेट और एफएपीआरओ, भूंगा का दौरा किया और फसल विविधीकरण की जरूरत पर जोर दिया तथा किसानों से समय की मांग के अनुसार बड़े पैमाने पर बागवानी अपनाने का आह्वान किया। सिट्रस एस्टेट में किन्नू की ग्रेडिंग और वैक्सिंग यूनिट, किसानों को किराए पर उपलब्ध कराए जाने वाले कृषि यंत्रों, किसानों के लिए विशेष रूप से तैयार जैविक खादों और कृषि दवाइयों की व्यवस्था का जायजा लेते हुए डिप्टी कमिश्नर आशिका जैन ने कहा कि किसानों को सब्जियों और फलों की खेती के लिए सिट्रस एस्टेट के विशेषज्ञों से अधिक से अधिक सहयोग लेना चाहिए।
 उन्होंने कहा कि सिट्रस एस्टेट के माध्यम से फल और सब्जियों की खेती करने वाले किसानों को आधुनिक तकनीक, आवश्यक मात्रा में खादों के अलावा अपनी उपज के उचित विपणन में भी काफी मदद मिल सकती है। बागवानी के क्षेत्र में सिट्रस एस्टेट के संबंध में डिप्टी कमिश्नर को जानकारी देते हुए चेयरमैन-कम-सीईओ डॉ. जसपाल सिंह धेरी ने बताया कि इस यूनिट के साथ करीब 1400 किसान जुड़े हुए हैं, जिन्हें प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से समय-समय पर अपेक्षित लाभ मिल रहा है। 
उन्होंने कहा कि बागवानी को अपनाकर किसान ड्रिप सिंचाई के माध्यम से प्राकृतिक जल संसाधनों को बचा सकते हैं। डॉ. धेरी ने बताया कि इस सीजन के दौरान एस्टेट ने करीब 1000 टन किन्नू की ग्रेडिंग और वैक्सिंग की है, जो आने वाले समय में और बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि जिले में मूंगफली की खेती की असीमित संभावनाएं हैं। 
डिप्टी कमिश्नर आशिका जैन ने मौके पर मौजूद किसानों से बातचीत करते हुए कहा कि पंजाब सरकार ने बागवानी को और बढ़ावा देने के लिए वित्तीय वर्ष 2025-26 के दौरान नई पहल का प्रस्ताव रखा है, जिसमें होशियारपुर जिला भी शामिल है। 
उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ने बागवानी पर आधारित जागरूकता कार्यक्रम, क्लस्टरों का गठन, कृषि सखी सहायता, इनपुट संसाधन केंद्र, प्रमाणीकरण, प्रशिक्षण और स्टार्टर किट आदि शुरू किए हैं, जिससे बागवानी पेशे से जुड़े किसानों/काश्तकारों को बहुत लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि जिले में मूंगफली की खेती को भी बढ़ावा दिया जाएगा।