विजिलेंस ब्यूरो ने 30 हजार रुपए की रिश्वत लेते फरार असिस्टेंट लेबर कमिश्नर को किया गिरफ्तार

20 फरवरी होशियारपुर- पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने भ्रष्टाचार विरोधी मुहिम के तहत पिछले तीन महीने से फरार चल रहे असिस्टेंट लेबर कमिश्नर, होशियारपुर, हरप्रीत सिंह, पीसीएस को 30 हजार रुपए की रिश्वत मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया है। इस मामले में उनके कार्यालय में तैनात महिला कंप्यूटर ऑपरेटर अलका शर्मा को असिस्टेंट लेबर कमिश्नर के नाम पर 30 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया जा चुका है।

20 फरवरी होशियारपुर- पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने भ्रष्टाचार विरोधी मुहिम के तहत पिछले तीन महीने से फरार चल रहे असिस्टेंट लेबर कमिश्नर, होशियारपुर, हरप्रीत सिंह, पीसीएस को 30 हजार रुपए की रिश्वत मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया है। इस मामले में उनके कार्यालय में तैनात महिला कंप्यूटर ऑपरेटर अलका शर्मा को असिस्टेंट लेबर कमिश्नर के नाम पर 30 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया जा चुका है।
 विजिलेंस ब्यूरो ने हरप्रीत सिंह को उस समय गिरफ्तार किया जब उसने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट द्वारा उसकी जमानत याचिका खारिज किए जाने के बाद स्थानीय अदालत में सरेंडर कर दिया था। होशियारपुर की अदालत ने आज विजिलेंस ब्यूरो को आगे की जांच के लिए एक दिन का पुलिस रिमांड दिया है।
इस बारे में जानकारी देते हुए विजिलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि यह मामला होशियारपुर के कश्मीरी बाजार के एक दुकानदार की शिकायत के आधार पर दर्ज किया गया है। प्रवक्ता ने बताया कि शिकायतकर्ता ने विजिलेंस ब्यूरो को बताया था कि उसकी एक ज्वैलरी की दुकान है, जिसका उसने हाल ही में जीर्णोद्धार करवाया था। बाद में उसे सहायक श्रम आयुक्त, होशियारपुर के कार्यालय से एक नोटिस प्राप्त हुआ। 
जब वह संबंधित कार्यालय में गया तो वहां मौजूद कंप्यूटर ऑपरेटर अलका शर्मा ने उसे बताया कि इस मामले में उसे भारी जुर्माना भरना पड़ेगा, लेकिन वह अपने वरिष्ठ सहायक श्रम आयुक्त हरप्रीत सिंह से बात करके मामले को सुलझाने में उसकी मदद कर सकती है। प्रवक्ता ने आगे बताया कि शिकायतकर्ता ने बताया कि अलका शर्मा उससे नोटिस लेकर हरप्रीत सिंह के कार्यालय में चली गई। 
कुछ समय बाद उसने शिकायतकर्ता को भी कार्यालय में बुलाया, जहां हरप्रीत सिंह, पीसीएस ने नोटिस खारिज करने की एवज में 30,000 रुपये की रिश्वत की मांग की। शिकायतकर्ता ने रिश्वत की मांग से संबंधित बातचीत को मौके पर ही रिकॉर्ड कर लिया और सबूत के तौर पर ब्यूरो को सौंप दिया। प्रवक्ता ने आगे बताया कि इस शिकायत की प्रारंभिक जांच के बाद विजिलेंस ब्यूरो की टीम ने जाल बिछाया, जिसके दौरान उक्त आरोपी कंप्यूटर ऑपरेटर अलका शर्मा को 10,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों काबू कर लिया गया। 
विजिलेंस ब्यूरो की टीमों ने होशियारपुर के सहायक श्रम आयुक्त हरप्रीत सिंह को गिरफ्तार करने के लिए विभिन्न स्थानों पर छापेमारी जारी रखी। प्रवक्ता ने बताया कि इस मामले में दूसरी आरोपी अलका शर्मा अभी भी जेल में है, क्योंकि अदालत ने उसे जमानत नहीं दी है। इस मामले की आगे की जांच जारी है।