डॉ. बलबीर सिंह ने ऑपरेशन के दौरान बिजली गुल होने की जांच के आदेश दिए

पटियाला, 25 जनवरी- पंजाब के चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान तथा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने कल पटियाला के सरकारी राजिन्द्रा अस्पताल के ऑपरेशन थियेटर में अचानक बिजली गुल होने की जांच के आदेश दिए हैं। डॉ. बलबीर सिंह ने आज राजिन्द्रा अस्पताल के 66 केवी सब-स्टेशन का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया। इसके बाद उन्होंने निदेशक वितरण, बिजली निगम के मुख्य अभियंता, लोक निर्माण विभाग के पावर विंग के मुख्य अभियंता तथा अन्य इंजीनियरों के साथ आपात बैठक की तथा सभी पक्षों की गहनता से जांच की।

पटियाला, 25 जनवरी- पंजाब के चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान तथा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने कल पटियाला के सरकारी राजिन्द्रा अस्पताल के ऑपरेशन थियेटर में अचानक बिजली गुल होने की जांच के आदेश दिए हैं। डॉ. बलबीर सिंह ने आज राजिन्द्रा अस्पताल के 66 केवी सब-स्टेशन का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया। इसके बाद उन्होंने निदेशक वितरण, बिजली निगम के मुख्य अभियंता, लोक निर्माण विभाग के पावर विंग के मुख्य अभियंता तथा अन्य इंजीनियरों के साथ आपात बैठक की तथा सभी पक्षों की गहनता से जांच की।
 इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इस पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी तथा कुछ समय के लिए बिजली गुल होने की गहनता से जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि बिजली निगम सहित लोक निर्माण निगम के बिजली विंग द्वारा अस्पताल की सप्लाई के प्रबंधों का ऑडिट किया जा रहा है तथा किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। 
उन्होंने सख्त निर्देश दिए कि यूपीएस, जनरेटर सेट तथा बिजली लाइन बदलने के प्रबंधों में कोई कमी नहीं रहनी चाहिए तथा आरएमयू भी तुरंत लगाई जाए। मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि राजिंदरा अस्पताल को कॉरपोरेट अस्पतालों से बेहतर बनाया जा रहा है तथा पीजीआई की तर्ज पर पोस्ट ग्रेजुएट ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट बनाया जा रहा है। 
डॉ. बलबीर सिंह ने कहा कि बिजली प्रबंधों सहित अस्पताल के सभी प्रबंधों की लगातार समीक्षा की जा रही है तथा ऐसी व्यवस्था की जा रही है कि आधे घंटे तक यूपीएस का बैकअप रहे, 1 से 2 मिनट में जनरेटर चालू हो जाए तथा 10 मिनट में लाइन बदल दी जाए ताकि भविष्य में निर्बाध बिजली सप्लाई जारी रखने में कोई दिक्कत न आए। 
चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने कहा कि कल ऑपरेशन के दौरान बिजली चले जाने के बावजूद मरीज का इलाज करने वाले डॉक्टर प्रशंसा के पात्र हैं, लेकिन समय बचाने की बजाय घबराकर वीडियो बनाने वाले डॉक्टर की जितनी प्रशंसा की जाए कम है।