
सुरक्षित प्रसव के लिए गर्भावस्था के चरण से ही सतर्कता जरूरी : डॉ. रितु दीप्ति
नवांशहर- सिविल सर्जन डॉ. जसप्रीत कौर के कुशल मार्गदर्शन में स्वास्थ्य विभाग जिले में गुणवत्तापूर्ण मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने का प्रयास कर रहा है। इस उद्देश्य की प्राप्ति के लिए “प्रधानमंत्री सुरक्षा मातृत्व अभियान” के तहत गर्भवती महिलाओं को मातृ मृत्यु दर को कम करने के लिए गुणवत्तापूर्ण प्रसवपूर्व देखभाल सेवाएं प्रदान की जा रही हैं।
नवांशहर- सिविल सर्जन डॉ. जसप्रीत कौर के कुशल मार्गदर्शन में स्वास्थ्य विभाग जिले में गुणवत्तापूर्ण मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने का प्रयास कर रहा है। इस उद्देश्य की प्राप्ति के लिए “प्रधानमंत्री सुरक्षा मातृत्व अभियान” के तहत गर्भवती महिलाओं को मातृ मृत्यु दर को कम करने के लिए गुणवत्तापूर्ण प्रसवपूर्व देखभाल सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। इसी कड़ी के तहत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मुजफ्फरपुर की वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. गीतांजलि सिंह और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राहों की वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. सोनिया के कुशल मार्गदर्शन में आज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राहों में “प्रधानमंत्री सुरक्षा मातृत्व अभियान” के तहत गर्भवती महिलाओं की एएनसी जांच और आवश्यक चिकित्सा जांच की गई। इस दौरान गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित प्रसव सुनिश्चित करने के लिए स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित किया गया।
इस अवसर पर चिकित्सा अधिकारी डॉ. रितु दीप्ति ने कहा कि देश में हर साल अनुमानित 30 हजार गर्भवती महिलाओं की मौत हो जाती है, जो गंभीर चिंता का विषय है। अगर गर्भवती महिलाओं, विशेषकर उच्च जोखिम वाली महिलाओं की समय-समय पर उचित स्वास्थ्य जांच कराई जाए, तो जच्चा-बच्चा की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को काफी हद तक कम किया जा सकता है। प्रधानमंत्री सुरक्षा मातृत्व अभियान के तहत गर्भवती महिलाओं को प्रसव से पहले चार बार जांच करवाना बहुत जरूरी है, इसलिए स्वास्थ्य विभाग इस कार्यक्रम को और मजबूत करने का प्रयास कर रहा है। सुरक्षित प्रसव के लिए गर्भावस्था अवस्था से ही सतर्कता जरूरी है।
डॉ. दीप्ति ने कहा कि प्रधानमंत्री सुरक्षा मातृत्व अभियान ने माताओं और बच्चों की मृत्यु दर को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। सभी सरकारी संस्थानों में हर महीने की 9 और 23 तारीख को उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं के सुरक्षित प्रसव के लिए विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा विशेष जांच की जाती है। जरूरतमंद और गर्भवती महिलाओं की सुरक्षा के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा शुरू किया गया प्रधानमंत्री सुरक्षा मातृत्व अभियान जरूरतमंद गर्भवती महिलाओं के लिए फायदेमंद साबित हो रहा है। जिले में अब तक हजारों गर्भवती महिलाएं इस कार्यक्रम से लाभान्वित हो चुकी हैं।
इस दौरान मेडिकल अधिकारी डॉ. गुरपिंदर कौर ने जरूरतमंद लोगों से अपील की कि वे सरकारी स्वास्थ्य संस्थाओं में पहुंचकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी जा रही निशुल्क सुविधाओं का अधिक से अधिक लाभ उठाएं।
इस अवसर पर एलएचवी कुलबीर कौर व एएनएम हरजिंदर कौर सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य कर्मचारी व आशा वर्कर मौजूद थीं।
