
वेटरनरी विश्वविद्यालय को दूध उत्पादन रिकार्डिंग मशीन पर प्राप्त हुआ पेटेंट
लुधियाना 30 सितम्बर 2024- गुरु अंगद देव वेटरनरी एंड एनिमल साइंसेज यूनिवर्सिटी, लुधियाना को डेयरी क्षेत्र में हाथों से दूध दोहने वाले डेयरी किसानों के लिए डेयरी फार्म की स्थितियों के अनुसार दूध उत्पादन का प्रामाणिक रिकॉर्ड दर्ज करने के लिए और कार्य को स्वचालित करने के लिए एक अभिनव पद्धति पर पेटेंट प्राप्त हुआ है।
लुधियाना 30 सितम्बर 2024- गुरु अंगद देव वेटरनरी एंड एनिमल साइंसेज यूनिवर्सिटी, लुधियाना को डेयरी क्षेत्र में हाथों से दूध दोहने वाले डेयरी किसानों के लिए डेयरी फार्म की स्थितियों के अनुसार दूध उत्पादन का प्रामाणिक रिकॉर्ड दर्ज करने के लिए और कार्य को स्वचालित करने के लिए एक अभिनव पद्धति पर पेटेंट प्राप्त हुआ है। यह मशीन कृत्रिम बुद्धिमत्ता का एक बेहतरीन उदाहरण है। यह कार्य विश्वविद्यालय के कॉलेज ऑफ बायोटेक्नोलॉजी में शुरू और पूरा किया गया। यह तकनीक पशु दूध को छेड़छाड़ मुक्त बनाकर आपूर्ति श्रृंखला को पारदर्शी रखती है और सटीक रिकॉर्ड प्रदान करती है। इस प्रकार पशुपालक दूध के सही उत्पादन को जानकर तथा उसकी लागत को समझकर दूध का सही बाजार मूल्य प्राप्त करने में भी सफल होंगे। इससे पशुओं की आनुवंशिक विशेषताओं को जानने में मदद मिलेगी और नस्ल सुधार के लिए भी बेहतर काम किया जा सकेगा।
डॉ. जतिंदर पाल सिंह गिल, वाइस चांसलर ने डॉ. यशपाल सिंह मलिक और डॉ. इंद्रजीत सिंह के तकनीकी मार्गदर्शन में इस तकनीक को विकसित करने के लिए डॉ. नीरज कश्यप को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी ।उन्होंने कहा कि डेयरी क्षेत्र में उत्पादन के प्रामाणिक आंकड़ों का अभाव है और यह समस्या पूरे देश में पाई जाती है। यह हमारे लिए गर्व की बात है कि यह मशीन डेयरी सेक्टर की इस कमी को पूरा करेगी और डेयरी सेक्टर में कई नई संभावनाओं को जन्म देगी। इस टीम का प्रतिनिधित्व डॉ नीरज कश्यप ने किया और विश्वविद्यालय से मिले सहयोग के लिए पूरे विश्वविद्यालय प्रशासन को धन्यवाद दिया। डॉ कश्यप ने कहा कि युवाओं को आगे आकर पशुपालन क्षेत्र की बेहतरी के लिए और अधिक प्रयास करना चाहिए।
