शिवजोत के लोकप्रिय गानों 'पलाज़ो', 'शरारा', ‘मोटी मोटी अक्ख' और 'कंगना' ने सरस मेले के दूसरे दिन को यादगारी बना दिया

साहिबज़ादा अजीत सिंह नगर, 19 अक्टूबर: देश भर के हस्तशिल्प और कारीगरों के उत्पादों की खरीद को बढ़ावा देने के लिए जिला प्रशासन द्वारा ग्रामीण विकास एवं पंचायत विभाग के सहयोग से कल शुरू किए गए सरस मेले की आज दूसरी संगीत संध्या में युवाओं के चहेते गायक शिवजोत के मधुर बोल गूंज उठे। दर्शकों की मांग पर शिवजोत ने अपने लोकप्रिय गाने 'पलाज़ो', 'शरारा', 'मोटी मोटी अक्ख' और 'कंगना' समेत कई गानों पर उन्हें थिरकने को मजबूर कर दिया।

साहिबज़ादा अजीत सिंह नगर, 19 अक्टूबर: देश भर के हस्तशिल्प और कारीगरों के उत्पादों की खरीद को बढ़ावा देने के लिए जिला प्रशासन द्वारा ग्रामीण विकास एवं पंचायत विभाग के सहयोग से कल शुरू किए गए सरस मेले की आज दूसरी संगीत संध्या में युवाओं के चहेते गायक शिवजोत के मधुर बोल गूंज उठे। दर्शकों की मांग पर शिवजोत ने अपने लोकप्रिय गाने 'पलाज़ो', 'शरारा', 'मोटी मोटी अक्ख' और 'कंगना' समेत कई गानों पर उन्हें थिरकने को मजबूर कर दिया।

इस शो ने भारी उपस्थिति के साथ मेले की सफलता को चिह्नित किया और आगामी संगीत शो के दौरान दर्शकों के लिए और अधिक उम्मीदों की नींव रखी। शिवजोत ने लगातार अपने अनूठे अंदाज से दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया, जिससे मंच के सामने लगाए गए ब्लॉक और खुली जगह दर्शकों से भर गई। गायक ने अपने लोकप्रिय गीतों से संगीत संध्या में समां बांधा और उनकी मांग के अनुरूप एक के बाद एक गीत सुनाकर दर्शकों व युवाओं को दो घंटे से अधिक समय तक मंत्रमुग्ध रखा। मेला अधिकारी एवं अतिरिक्त उपायुक्त (विकास) सोनम चौधरी ने बताया कि उपायुक्त सुश्री आशिका जैन के नेतृत्व में 18 अक्टूबर से 27 अक्टूबर तक चलने वाले इस मेले में विभिन्न राज्यों के कलाकार दिन में तथा रात्रि में अपनी कला का प्रदर्शन करते हैं।

संगीतमय शाम के जरिए उनका मनोरंजन करने के लिए मशहूर कलाकार पहुंचते हैं। उन्होंने बताया कि अगले दिनों में 20 अक्टूबर की शाम को फैशन शो के अलावा पंजाबी गायिका परी पंधेर, बसंत कुर, सविताज बराड़, 21 अक्टूबर को जसप्रीत सिंह और आशीष सोलंकी की कॉमेडी नाइट, 22 अक्टूबर को लखविंदर वडाली, और 23 अक्टूबर को गिद्दा व भांगड़ा विश्वविद्यालय टीमों द्वारा), 24 को पंजाबी गायक जोबन संधू, 25 अक्टूबर को विभिन्न कलाकार, 26 अक्टूबर को कुलविंदर बिल्ला और 27 अक्टूबर को मेले की आखिरी रात में गिप्पी ग्रेवाल पहुंचेगे। गौरतलब है कि कल इस मेले के शुरू होने के बाद दिन से लेकर देर रात तक विभिन्न राज्यों के शिल्पकारों और कारीगरों द्वारा लगाये गये स्टॉलों पर लोगों ने खूब खरीदारी की। इसके अलावा लोगों ने अपने परिवार के साथ क्षेत्रीय व्यंजनों का आनंद लिया।