आंखें दान करें ताकि आपके जाने के बाद भी आपकी आंखें दुनिया देख सकें - संजीव अरोड़ा

होशियारपुर - रोटरी आई बैंक एवं कॉर्निया ट्रांसप्लांटेशन सोसायटी ने अध्यक्ष एवं प्रसिद्ध समाज सेवी संजीव अरोड़ा की अध्यक्षता में श्री गुरु राम दास कॉलेज फॉर वूमेन चब्बेवाल में नेत्रदान जागरूकता शिविर का आयोजन किया। इस मौके पर प्रिंसिपल संजीव अरोड़ा ने विद्यार्थियों और स्टाफ को जानकारी देते हुए कहा कि सभी दानों में से नेत्रदान ही ऐसा दान है जो व्यक्ति को इस दुनिया से जाने के बाद करना पड़ता है। हम जीते जी तो इस खूबसूरत दुनिया को देखते ही हैं, हमारे जाने के बाद भी हमारी आंखें किसी के लिए वरदान बन जाती हैं।

होशियारपुर - रोटरी आई बैंक एवं कॉर्निया ट्रांसप्लांटेशन सोसायटी ने अध्यक्ष एवं प्रसिद्ध समाज सेवी संजीव अरोड़ा की अध्यक्षता में श्री गुरु राम दास कॉलेज फॉर वूमेन चब्बेवाल में नेत्रदान जागरूकता शिविर का आयोजन किया। इस मौके पर प्रिंसिपल संजीव अरोड़ा ने विद्यार्थियों और स्टाफ को जानकारी देते हुए कहा कि सभी दानों में से नेत्रदान ही ऐसा दान है जो व्यक्ति को इस दुनिया से जाने के बाद करना पड़ता है। हम जीते जी तो इस खूबसूरत दुनिया को देखते ही हैं, हमारे जाने के बाद भी हमारी आंखें किसी के लिए वरदान बन जाती हैं।
इसलिए नेत्रदान करके मरने के बाद भी अपनी आंखों को जीवित रखें ताकि वे किसी की अंधेरी जिंदगी में रोशनी ला सकें। श्री अरोड़ा ने कहा कि रोटरी आई बैंक द्वारा नेत्रदान प्रतिज्ञा पत्र भरवाये जाते हैं ताकि नेत्रदान का रिकार्ड रखा जा सके। उन्होंने उपस्थित लोगों से अपील की कि वे नेत्रदान संकल्प पत्र भरने के लिए आगे आएं और अपने परिचितों को भी इस अभियान में शामिल करें। श्री अरोड़ा ने बताया कि सोसायटी अब तक 4100 से अधिक लोगों को नेत्र ज्योति प्रदान कर चुकी है तथा 24 शवों को पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कॉलेज भेजा जा चुका है।
इस अवसर पर प्रोफेसर दलजीत सिंह ने नेत्रदान के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि नेत्रदान की प्रक्रिया में मात्र 15-20 मिनट का समय लगता है और इसका चेहरे पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। उन्होंने कहा कि नेत्र दाताओं को समाज द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया जाता है और कहा कि यह हमें तय करना है कि हम अपनी सांसारिक यात्रा पूरी करने के बाद अपनी आंखों को दफनाना चाहते हैं या दो अंधेरी जिंदगियों में रोशनी लाना चाहते हैं। इसलिए हमें इस पुण्य कार्य में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए।
इस अवसर पर मंच संचालनिका की भूमिका निभा रही प्रोफेसर नीलम शर्मा ने सोसायटी के पदाधिकारियों को धन्यवाद दिया और आश्वासन दिया कि वे अपने-अपने क्षेत्र में बच्चों के बीच जाकर लोगों को नेत्रदान में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करते रहेंगे। अँधेरे में जी रहे लोगों को रोशनी दिलाने की मुहिम से जुड़ने का प्रयास करें। अंगदान के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए कॉलेज परिसर में होर्डिंग भी लगाए गए। इस मौके पर मदन लाल महाजन, जसवीर कंवर, वीना चोपड़ा और की ओर से प्रोफेसर नीलम शर्मा, प्रोफेसर मीना कुमारी, प्रोफेसर नवजोत कौर, प्रोफेसर बलविंदर कौर, प्रोफेसर आरती, प्रोफेसर हरप्रीत कौर और अन्य मौजूद रहे।