"नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी" के विरुद्ध अंतर्राष्ट्रीय दिवस पर एक सेमिनार का आयोजन किया गया।

नवांशहर - रेड क्रॉस नशा मुक्ति एवं पुनर्वास केंद्र, नवांशहर में "नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस" ​​पर एक सेमिनार का आयोजन किया गया। इसकी अध्यक्षता श्रीमती राजकिरण कौर, जिला सामाजिक सुरक्षा अधिकारी, एसबीएस नगर ने की। यह सेमिनार भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी, पंजाब राज्य शाखा, चंडीगढ़ के दिशानिर्देशों के अनुसार और माननीय सचिव शिवदुलार सिंह ढिल्लों आईएएस रीटा के नेतृत्व में आयोजित किया गया था।

नवांशहर - रेड क्रॉस नशा मुक्ति एवं पुनर्वास केंद्र, नवांशहर में "नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस" ​​पर एक सेमिनार का आयोजन किया गया। इसकी अध्यक्षता श्रीमती राजकिरण कौर, जिला सामाजिक सुरक्षा अधिकारी, एसबीएस नगर ने की। यह सेमिनार भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी, पंजाब राज्य शाखा, चंडीगढ़ के दिशानिर्देशों के अनुसार और माननीय सचिव शिवदुलार सिंह ढिल्लों आईएएस रीटा के नेतृत्व में आयोजित किया गया था।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री संदीप कुमार SHO नवांशहर थे। इस वर्ष की थीम थी "साक्ष्य स्पष्ट है - रोकथाम में निवेश"। जिनमें कुछ प्रसिद्ध सोसायटी हैं - उपकार साहिर सोसायटी नवांशहर, ह्यूमन राइट्स अवेकनिंग मंच सोसायटी नवांशहर, सीनियर सिटीजन, नवजोत साहित्य संस्था और, सुखमनी साहिब सेवा सोसायटी नवांशहर, स्वच्छ भारत अभियान राहों, गुरु रामदास सेवा सोसायटी नवांशहर, दोआबा सेवा समिति नवांशहर, भारतीय जनता पार्टी पर्यावरण सेवा सोसायटी नवांशहर द्वारा विशेष सहयोग दिया गया। इस अवसर पर श्री संदीप कुमार, एस.एच.ओ. नवांशहर ने कहा कि जिला पुलिस नशे की लत को रोकने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि नशे के सौदागरों की सूचना आप पुलिस द्वारा जारी किये गये नंबर पर दे सकते हैं. उन्होंने सेमिनार में मौजूद लोगों से वादा किया कि हम नशा नहीं करेंगे और नशे के सौदागरों को पकड़ कर पुलिस के हवाले करेंगे. उन्होंने कहा कि लोगों के सहयोग से ही पुलिस नशे की समस्या पर अंकुश लगा सकती है। सेमिनार को संबोधित करते हुए डॉ. राजन शास्त्री एमडी मनोचिकित्सक ने कहा कि नशा एक मानसिक रोग है। सरकार द्वारा बिना किसी भेदभाव के खोले गए नशा मुक्ति केंद्रों में इलाज कराकर नशे की दलदल में फंसे युवाओं को इससे बाहर निकाला जा सकता है। उन्होंने कहा कि नशे की लत को कम करने के लिए नशे की सप्लाई और मांग को कम करना होगा. मरीजों व उनके अभिभावकों को दवाओं के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी गयी. उन्होंने नशे के बारे में भी जानकारी दी और बताया कि नशे के आदी लोगों का इलाज कैसे किया जाता है। प्रश्न: परियोजना निदेशक चमन सिंह ने अपने सम्बोधन के दौरान कहा कि यह दिवस प्रत्येक वर्ष 26 जून को मनाया जाता है। इस वर्ष के अभियान का उद्देश्य नशीली दवाओं का उपयोग करने वाले लोगों के साथ सम्मान और करुणा के साथ व्यवहार करने के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। सभी के लिए साक्ष्य-आधारित, स्वैच्छिक सेवाएँ प्रदान करें, सज़ा के विकल्प प्रदान करें, रोकथाम को प्राथमिकता दें और करुणा के साथ नेतृत्व करें। सेमिनार में श्रीमती राजकिरण कौर जिला सामाजिक सुरक्षा अधिकारी नवांशहर ने अपने संबोधन में कहा कि हमें समाज में नशा बेचने वालों का बहिष्कार करना चाहिए। उनसे धार्मिक स्थलों पर दान नहीं लिया जाना चाहिए। हम सभी को अपनी जिम्मेदारी समझकर स्कूली बच्चों को नशे के बारे में जागरूक करना चाहिए, ताकि वे इस नशे की लत से बच सकें।
इस मौके पर नरिंदर सिंह भरत, जसपाल सिंह गिद्धा उपकार कोऑर्डिनेटिंग सोसायटी, देस राज बाली ह्यूमन राइट्स अवेकनिंग फोरम सोसायटी नवांशहर, एसके पुरी सचिव सीनियर सिटीजन एसोसिएशन नवांशहर, सुभाष अरोड़ा, सुखविंदर सिंह थांदी, जसविंदर सिंह, हरी किशन पटवारी ने भी अपने विचार पेश किए। . इस अवसर पर श्री संदीप कुमार एस.एच.ओ. नवांशहर, राजकिरण कौर जिला सामाजिक सुरक्षा अधिकारी, डॉ. राजन शास्त्री मनोविज्ञान विशेषज्ञ को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर रेडक्रॉस नशा मुक्ति केंद्र द्वारा समाज सेवी संस्थाओं को सम्मान पदक प्रदान किये गये। इस अवसर पर पूनम रेड क्रॉस सोसायटी जिला एसबीएस नगर और केंद्र के स्टाफ सदस्य राम नाथ कटारिया, कश्मीरी लाल मंगूवाल, गुरनाम सिंह पुन्नुमाजरा, बिक्रमजीत सिंह, रतन कुमार जैन, मरीज और उनके माता-पिता उपस्थित थे।