रेड क्रॉस ड्रग डिटॉक्सिफिकेशन सेंटर में रेबीज व मलेरिया के खिलाफ जागरूकता सेमिनार आयोजित।

17 फरवरी नवांशहर- रेड क्रॉस एकीकृत नशा पीड़ितों के पुनर्वास केंद्र नवांशहर में श्री तरसेम लाल (उप समूह शिक्षा एवं सूचना अधिकारी, मास मीडिया विंग, सिविल सर्जन कार्यालय, नवांशहर) ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत रेबीज, मलेरिया और नशे के खिलाफ एक सेमिनार में केंद्र में भर्ती मरीजों को जागरूक किया। इस सेमिनार की अध्यक्षता श्री चमन सिंह ने की।

17 फरवरी नवांशहर- रेड क्रॉस एकीकृत नशा पीड़ितों के पुनर्वास केंद्र नवांशहर में श्री तरसेम लाल (उप समूह शिक्षा एवं सूचना अधिकारी, मास मीडिया विंग, सिविल सर्जन कार्यालय, नवांशहर) ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत रेबीज, मलेरिया और नशे के खिलाफ एक सेमिनार में केंद्र में भर्ती मरीजों को जागरूक किया। इस सेमिनार की अध्यक्षता श्री चमन सिंह ने की। 
इस अवसर पर श्री तरसेम लाल ने उन्हें कुत्ते के काटने, सांप के काटने और मलेरिया से होने वाली बीमारियों के बारे में जागरूक किया। उन्होंने विस्तार से बताया कि कुत्ते के काटने से व्यक्ति को रेबीज नामक बीमारी हो जाती है। इससे बचाव के लिए व्यक्ति सरकारी अस्पताल में मुफ्त इलाज करवा सकता है। जिससे रेबीज की बीमारी से बचा जा सकता है। 
उन्होंने कहा कि मलेरिया मच्छर के काटने से होता है। जो प्रोटोजोआ परजीवी द्वारा फैलता है। मलेरिया परजीवी का वाहक मादा एनोफिलीज मच्छर है। इसके काटने पर मलेरिया के परजीवी लाल रक्त कोशिकाओं में प्रवेश कर जाते हैं, जिससे एनीमिया के लक्षण (चक्कर आना, सांस लेने में तकलीफ, घबराहट आदि) दिखाई देते हैं। इसके अलावा बुखार, जुकाम जैसे गैर विशिष्ट लक्षण भी दिखाई देते हैं। 
मलेरिया को फैलने से रोकने के लिए कई उपाय किए जा सकते हैं। मच्छरदानी और कीट नाशक आदि मच्छरों के काटने से बचाते हैं, इसलिए कीटनाशकों का छिड़काव और खड़े पानी (जिस पर मच्छर अपने अंडे देते हैं) को निकालने से मच्छरों पर नियंत्रण किया जा सकता है। मलेरिया से बचाव के लिए लंबे समय तक निवारक दवाएं लेनी पड़ती हैं। उन्होंने नशीली दवाओं के दुष्प्रभावों के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने नशीली दवाओं से होने वाली बीमारियों के बारे में भी विस्तार से बताया। इस अवसर पर केंद्र के परियोजना निदेशक चमन सिंह ने भी मरीजों को नशे से दूर रहने के लिए जागरूक किया। उन्होंने कहा कि कुत्ते या सांप के काटने पर सबसे पहले सरकारी अस्पताल से चिकित्सा सहायता लेनी चाहिए। सरकार पूरा इलाज मुफ्त करती है। 
उन्होंने कहा कि नशा करने वाले मानसिक और शारीरिक रूप से बीमार हो जाते हैं। इसलिए हमें हमेशा नशे से दूर रहना चाहिए। इस मौके पर जसविंदर कौर, कमलजीत कौर, दिनेश कुमार, मनजीत सिंह, परवीन कुमारी, कमला रानी, मनजोत, परवेश कुमार, कमला रानी, मरीज व उनके परिजन मौजूद थे।