नगल शहीद टोल प्लाजा (पट्टी वन) के पास बड़ी संख्या में यूकेलिप्टस के पेड़ों को अवैध रूप से काटा गया है, विभाग कार्रवाई नहीं कर रहा है।

होशियारपुर - सड़कों के आसपास पट्टीदार वनों का तेजी से विनाश पारिस्थितिकी संतुलन को अस्थिर कर रहा है तथा ग्लोबल वार्मिंग के मद्देनजर इस पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। लेबर पार्टी के अध्यक्ष जय गोपाल धीमान तथा उपाध्यक्ष सोनू मेहतपुर ने नंगल शहीद के निकट टोल प्लाजा के निकट बड़ी संख्या में यूकेलिप्टस के पेड़ों की अवैध कटाई का मामला तुरंत विभाग के ध्यान में लाया।

होशियारपुर - सड़कों के आसपास पट्टीदार वनों का तेजी से विनाश पारिस्थितिकी संतुलन को अस्थिर कर रहा है तथा ग्लोबल वार्मिंग के मद्देनजर इस पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। लेबर पार्टी के अध्यक्ष जय गोपाल धीमान तथा उपाध्यक्ष सोनू मेहतपुर ने नंगल शहीद के निकट टोल प्लाजा के निकट बड़ी संख्या में यूकेलिप्टस के पेड़ों की अवैध कटाई का मामला तुरंत विभाग के ध्यान में लाया।
 और आज तक उन्होंने लकड़हारों के खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई नहीं की है जबकि उनके अनुसार माल उनके कब्जे में है। धीमान ने कहा कि विभाग के गार्ड इस सब पर ध्यान क्यों नहीं दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि जहां पर पेड़ लगाए जाने हैं वहां पर कई जगह पर अवैध कब्जे हैं और पेड़ों पर बाड़ लगा दी गई है ताकि कोई भी पेड़ न लगा सके और यह सब वन अधिनियम का उल्लंघन है।
 लेकिन ये सभी गार्ड आंखें मूंदे रहते हैं। धीमान ने कहा कि सड़कों के आसपास पट्टी के जंगलों के विनाश और पेड़ों के अवैध उपयोग के लिए सभी वन विभाग के अधिकारी जिम्मेदार हैं। वनों की कटाई भी अधिकारियों की मिलीभगत से होती है। इतना ही नहीं, जहां पेड़ लगाए जाने चाहिए, वहां कूड़े और गोबर के ढेर लगे रहते हैं और अधिकारी कोई कार्रवाई भी नहीं करते। कई जगहों पर तो वन विभाग में उनकी मिलीभगत से अवैध और अनैतिक गतिविधियां भी चल रही हैं।
धीमान ने कहा कि विभागीय लापरवाही और लोगों के स्वार्थ के कारण भले ही पेड़ों की संख्या कम होती जा रही है, लेकिन यह घटती संख्या देश को प्राकृतिक संतुलन के उल्लंघन की ओर ले जा रही है। उन्होंने कहा कि शाम के समय पेड़ लगाने वालों और शराब की दुकानों पर अब लंबी लाइनें देखी जा सकती हैं। सवाल यह उठता है कि क्या विभाग के अधिकारियों को वाहन दौड़ाकर ईंधन बर्बाद करने की छूट है?
नियमों के अनुसार दिव्यांगों का कर्तव्य है कि वे अपने कर्तव्यों को जानें और उनकी रक्षा करें। अगर वन विभाग लापरवाही बरतेगा तो ग्लोबल वार्मिंग होगी। इस विभाग को वनों के संरक्षण और पेड़ों के रखरखाव के लिए करोड़ों रुपए मिलते हैं, लेकिन कुछ नहीं किया जा रहा है।
इस विभाग की जड़ें उथली होती जा रही हैं। अगर सरकार ने इस विभाग में कार्य संस्कृति में सुधार नहीं किया तो भविष्य में बहुत विनाश देखने को मिलेगा। अन्यथा होशियारपुर जिले का हाल भी जालंधर, लुधियाना और दिल्ली जैसा हो जाएगा, जहां स्वास्थ्य विनाशकारी रूप ले चुका है।
धीमान ने होशियारपुर के निवासियों से अपने भविष्य के लिए पेड़ों को बचाने के लिए आगे आने की अपील की।