
निजी स्कूलों में पुस्तक विक्रेताओं की 'सेटिंग' का खामियाजा अभिभावकों को भुगतना पड़ रहा है!
Patiala, March 24 - It seems that parents of students will have to bear the financial cost of the "setting" of a large number of schools and booksellers during the new academic session of 2024-25. As there are few days left for the commencement of this session but till now only 9 schools of the city have uploaded the list of books on their school notice board as well as uploaded on the website while most of the schools have failed to do so.
पटियाला, 24 मार्च - ऐसा लगता है कि छात्रों के माता-पिता को 2024-25 के नए शैक्षणिक सत्र के दौरान बड़ी संख्या में स्कूलों और पुस्तक विक्रेताओं की "सेटिंग" की वित्तीय लागत वहन करनी होगी। चूंकि इस सत्र के शुरू होने में कुछ ही दिन बचे हैं, लेकिन अब तक शहर के केवल 9 स्कूलों ने ही किताबों की सूची अपने स्कूल के नोटिस बोर्ड पर लगाने के साथ-साथ वेबसाइट पर भी अपलोड की है, जबकि अधिकांश स्कूल ऐसा करने में विफल रहे हैं. प्राप्त जानकारी के मुताबिक इन स्कूलों में ऑवर लेडी ऑफ फातिमा स्कूल, सेंट पीटर्स एकेडमी, रेयान इंटरनेशनल स्कूल, श्री अरबिंदो इंटरनेशनल स्कूल, बुद्धा दल पब्लिक स्कूल, डीएवी पब्लिक स्कूल, मॉडर्न सीनियर सेकेंडरी स्कूल, वाईपीएस स्कूल और ब्लॉसम सीनियर सेकेंडरी स्कूल शामिल हैं. । शामिल हैं फरवरी में ही शिक्षा विभाग ने जिले के सभी निजी, छोटे-बड़े स्कूलों को पत्र जारी कर 2024-25 के लिए स्कूल फीस स्ट्रक्चर, बुक लिस्ट, यूनिफॉर्म सैंपल और वेंडर लिस्ट को नोटिस बोर्ड पर लगाने का आदेश दिया था. या स्कूल की वेबसाइट पर अपलोड किया गया लेकिन इन स्कूलों ने इस आदेश पर ध्यान नहीं दिया। पेरेंट्स एसोसिएशन का कहना है कि हर साल छात्रों के माता-पिता करोड़ों रुपये की किताबें खरीदते हैं, लेकिन शहर के कई निजी स्कूलों में तीन-चार पुस्तक विक्रेताओं के साथ "भारी कमीशन की व्यवस्था" होती है और उन्हें केवल इन विक्रेताओं से किताबें खरीदने के लिए कहा जाता है। पिछले साल सरकार ने स्कूलों को निर्देश दिए थे कि वे अभिभावकों को किसी दुकान से किताबें या यूनिफॉर्म खरीदने के लिए मजबूर न करें, लेकिन पटियाला के स्कूलों ने इन निर्देशों का पालन नहीं किया. इन स्कूलों के प्रति अभिभावकों का गुस्सा भी बढ़ता जा रहा है. वंचितों के तीन निजी स्कूलों के खिलाफ जिला शिक्षा विभाग में शिकायत भी दर्ज करायी गयी है. जिले के उप शिक्षा अधिकारी रविंदरपाल शर्मा का कहना है कि अगर अभिभावकों को स्कूलों से संबंधित कोई शिकायत है तो वे शिक्षा विभाग में शिकायत दर्ज करा सकते हैं, जिस पर कार्रवाई की जाएगी.
