
दिवाली के खास मौके पर लेखक साबी इसपुरी ने बाल साहित्य और बच्चों के लिए उपहार के तौर पर आठ बच्चों की किताबें जारी कीं
माहिलपुर- रोशनी और खुशियों के पवित्र त्योहार दिवाली के विशेष अवसर पर पंजाबी साहित्य की सेवा करने वालेलेखक साबी इसपुरी ने बच्चों के लिए बाल साहित्य और उपहार के रूप में आठ बच्चों की किताबें जारी कीं।
माहिलपुर- रोशनी और खुशियों के पवित्र त्योहार दिवाली के विशेष अवसर पर पंजाबी साहित्य की सेवा करने वालेलेखक साबी इसपुरी ने बच्चों के लिए बाल साहित्य और उपहार के रूप में आठ बच्चों की किताबें जारी कीं। साबी एस्पुरी ने कहा कि इन सभी पुस्तकों में जापानी काव्य शैली हाइकु और हाइकु शैली से संबंधित अन्य शैलियों पर ध्यान केंद्रित करके पंजाबी बाल साहित्य से जुड़ने का प्रयास किया गया है। बॉल हाइकु (लुकाछिपी), बॉल हाइगा (दाने), बॉल कटौता (डोरां ), बॉल सैदोका (मिट्टी के घर), बॉल टांका (तितलियां), बॉल चोका (गुब्बारे), हाइकु बॉल कविता (काके की बस), हाइकु नर्सरी गीत (किश्ती) इन पुस्तकों का विमोचन तनीषा एजुकेशनल ट्रस्ट ईसपुर द्वारा किया गया। इस मौके पर तनीषा एजुकेशनल ट्रस्ट ईसपुर के संरक्षक श्री लाल चंद, हरदेव गिल, रिंपी गिल, राधिका गिल, लवप्रीत सिंह, अंकुश हीर, तनीषा और साबी ईसपुरी मौजूद रहे। इस बारे में जानकारी देते हुए साबी एस्पुरी ने बताया कि इन किताबों को बसंत सुहैल पब्लिकेशन फगवाड़ा ने बड़ी मेहनत से तैयार किया है, इसलिए आदरणीय हरमिंदर सिंह विरदी जी और तनीषा विद्यायक ट्रस्ट एस्पुरी ने सभी सदस्यों का धन्यवाद किया और सभी को दिवाली की शुभकामनाएं दीं।
