पोजेवाल के आकाश ने विशाखापत्तनम में आयोजित कुश्ती प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता

सरोआ - जैसे ही 2023 समाप्त हुआ और 2024 शुरू हुआ, बलाचौर क्षेत्र के प्रसिद्ध गांव पोजेवाल में जन्मे डीएवी कॉलेज होशियारपुर के प्रथम वर्ष के छात्र आकाश कटारिया ने विशाखापत्तनम में अखिल भारतीय विश्वविद्यालय स्तरीय लड़ाकू कुश्ती 71 किलोग्राम भार वर्ग प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक प्राप्त करके उन्होंने अपने गांव पोजेवाल, बलाचौर क्षेत्र और अपने कॉलेज की उपलब्धियों की किताब में एक नया पन्ना जोड़कर अपने नाम के अनुरूप खेल के आकाश में चमकते सितारे के रूप में अपना नाम दर्ज कराया है।

सरोआ - जैसे ही 2023 समाप्त  हुआ और 2024 शुरू  हुआ, बलाचौर क्षेत्र के प्रसिद्ध गांव पोजेवाल में जन्मे डीएवी कॉलेज होशियारपुर के प्रथम वर्ष के छात्र आकाश कटारिया ने विशाखापत्तनम में अखिल भारतीय विश्वविद्यालय स्तरीय लड़ाकू कुश्ती 71 किलोग्राम भार वर्ग प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक प्राप्त करके उन्होंने अपने गांव पोजेवाल, बलाचौर क्षेत्र और अपने कॉलेज की उपलब्धियों की किताब में एक नया पन्ना जोड़कर अपने नाम के अनुरूप खेल के आकाश में चमकते सितारे के रूप में अपना नाम दर्ज कराया है।
हालांकि समय-समय पर सरकारों, प्रतिनिधियों ने बलाचौर को हर क्षेत्र के साथ-साथ खेल सुविधाओं से भी हमेशा उपेक्षित रखा है। लेकिन यहां के कई मूल निवासियों ने अपने परिवार, प्रोत्साहनकर्ताओं और शुरुआती दौर में अपनाने वालों के सहयोग से कबड्डी, हैंडवॉल, वॉलीबॉल और कुश्ती सहित कई खेलों में जिला स्तर से राष्ट्रीय स्तर तक नाम कमाया है। विशाखापत्तनम में आयोजित (मुकाबला कुश्ती) प्रतियोगिताओं में स्वर्ण पदक जीतने वाले आकाश कटारिया (उम्र 19 वर्ष) का जन्म पोजेवाल गांव में हुआ था। आकाश के पिता मोहनलाल ने अपने बेटे को एमबीजी पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल, पोजेवाल में पढ़ने के लिए दाखिला दिलाया। इस विद्यालय में पढ़ते समय आकाश प्रधानाचार्य देव राज कटारिया के निर्देशन एवं निर्देशन में बारहवीं कक्षा तक विभिन्न भार प्रतियोगिताओं में विद्यालय स्तरीय खेलों में भाग लेते रहे। जिसकी बदौलत आकाश ने जिला और राज्य स्तरीय खेलों में पहलवान के रूप में भाग लिया। यहीं नहीं प्रिंसिपल देव राज कटारिया के प्रोत्साहन और सहयोग के चलते मोहनलाल ने आकाश को कुश्ती की बारीकियों से परिचित कराने के लिए जीरकपुर भेजा। 2023 में उनके बेटे की मेहनत को देखते हुए उनका दाखिला डीएवी कॉलेज होशियारपुर में करा दिया गया। आकाश पढ़ाई के साथ-साथ यहां मेहनत भी कर रहा है. इसी बीच आकाश कटारिया ने ये बड़ी उपलब्धि हासिल की है. आकाश कटारिया की इस उपलब्धि से उनके माता-पिता, गांव, मोहल्ले और शिक्षण संस्थान के साथ-साथ उनके गुरु का नाम भी रोशन हुआ है। आकाश की इस उपलब्धि के लिए आकाश और उनका परिवार बधाई का पात्र है। पूरे क्षेत्र को उम्मीद है कि आकाश कटारिया अपनी मेहनत से अपने नाम की तरह कुश्ती के आकाश में स्टार से पोल स्टार तक आगे बढ़ेंगे और युवाओं के लिए नशा छोड़कर खेलों की ओर आने का रास्ता भी बनेंगे।