महान प्रचारक संत जगिंदर पाल जौहरी ने आदि धर्म आंदोलन को देश के कोने-कोने तक पहुंचाया- संत सुरिंदर दास।

नवांशहर, 30 जून - महान प्रचारक संत जगिंदर पाल जौहरी ने सतगुरु रविदास महाराज जी की विचारधारा और आदि धर्म आंदोलन को देश के कोने-कोने तक पहुंचाने के लिए कड़ी मेहनत की, जिसके परिणामस्वरूप आदि धर्म को अलविदा कह चुके और विदेशियों का धर्म स्वीकार करने वाले लोग भी पूरे मन से सतगुरु रविदास महाराज की बाणी से जुड़ गए। यह श्री चरण छः गंगा अमृतकांड सचखंड श्री खुरालगढ़ साहिब के महान प्रचारक संत जगिंदर पाल जौहरी के अथक प्रयासों के कारण संभव हुआ।

नवांशहर, 30 जून - महान प्रचारक संत जगिंदर पाल जौहरी ने सतगुरु रविदास महाराज जी की विचारधारा और आदि धर्म आंदोलन को देश के कोने-कोने तक पहुंचाने के लिए कड़ी मेहनत की, जिसके परिणामस्वरूप आदि धर्म को अलविदा कह चुके और विदेशियों का धर्म स्वीकार करने वाले लोग भी पूरे मन से सतगुरु रविदास महाराज की बाणी से जुड़ गए। यह श्री चरण छः गंगा अमृतकांड सचखंड श्री खुरालगढ़ साहिब के महान प्रचारक संत जगिंदर पाल जौहरी के अथक प्रयासों के कारण संभव हुआ।
 यह जानकारी आज गुरु घर कमेटी के अध्यक्ष संत सुरिंदर दास ने श्री गुरु रविदास ऐतिहासिक तीर्थस्थल श्री चरण छा गंगा (अमृतकंड) सचखंड श्री खुरालगढ़ साहिब में गुरु रविदास महाराज जी के मिशन को जन-जन तक पहुंचाने वाले महान क्रांतिकारी ब्राह्मण संत जगिंदर पाल जौहरी की चौथी बरसी के उपलक्ष्य में आयोजित विशेष समारोह के दौरान दी। इस अवसर पर पंजाब, हरियाणा व हिमाचल प्रदेश से भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने पहुंचकर ब्राह्मण संत जगिंदर पाल जौहरी को श्रद्धांजलि अर्पित की। 
इस अवसर पर गुरु घर के अध्यक्ष संत सुरिंदर दास, चेयरमैन नाजर राम मान ने संत जगिंदर पाल जौहरी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि संत जगिंदर पाल जौहरी एक पवित्र आत्मा थे, जिन्होंने अपना पूरा जीवन देश के विभिन्न कोनों में सतगुरु रविदास महाराज जी व संविधान निर्माता डॉ. भीम राव अंबेडकर की जीवनी का प्रचार-प्रसार कर राष्ट्र को समर्पित कर दिया। 
संत जगिंदर पाल जौहरी ने हिंदी और पंजाबी के अलावा तेलुगू भाषी क्षेत्रों को भी सतगुरु रविदास महाराज जी की बाणी से जोड़ा, जहां लोग इन भाषाओं से दूर थे। उन्होंने समाज को जागरूक करने और असंख्य संगतों को अनुयायी बनाने में महान योगदान दिया। उन्होंने कहा कि संगतों को प्रभु का ध्यान करवाने, भाईचारे को मजबूत करने और गुरुओं के संदेश को घर-घर पहुंचाने के लिए शुरू की गई मुहिम में संत जगिंदर पाल जौहरी ने विशेष योगदान दिया। 
इस अवसर पर प्रिं. सरूप चंद, संत करम चंद, संत गिरधारी लाल, संत दयाल चंद बंगा, श्री मनजीत मंगावाल, केंद्रीय कमेटी प्रचारक ज्ञान चंद गंगर, स. मेजर सिंह, श्री जगदीश दीशा, भाई कमलराज सिंह, बाबा सुरिंदर राजस्थानी, भाई सखचैन सिंह काला ने गुरुओं के भजनों से संगत को निहाल किया और संत जगिंदर पाल जौहरी जी द्वारा समाज में दिए गए योगदान और उनके द्वारा किए गए कार्यों पर प्रकाश डाला।