'फुले' फिल्म ने दर्शकों को किया प्रभावित

माहिलपुर, 13 मई- गुलामगिरी ग्रंथ के रचयिता महात्मा ज्योति राव फुले और भारत की पहली महिला शिक्षिका माता सावित्री बाई फुले के जीवन और मिशन से जुड़ी फिल्म 'फुले' को देखने के लिए माहिलपुर क्षेत्र में काफी उत्साह है। कुछ दिन पहले जय भीम कारवां चैरिटेबल सोसायटी रजिस्टर की सदस्य निर्मल कौर बोध के नेतृत्व में बड़ी संख्या में मिशनरी साथी फुले फिल्म देखने होशियारपुर गए थे|

माहिलपुर, 13 मई- गुलामगिरी ग्रंथ के रचयिता महात्मा ज्योति राव फुले और भारत की पहली महिला शिक्षिका माता सावित्री बाई फुले के जीवन और मिशन से जुड़ी फिल्म 'फुले' को देखने के लिए माहिलपुर क्षेत्र में काफी उत्साह है। कुछ दिन पहले जय भीम कारवां चैरिटेबल सोसायटी रजिस्टर की सदस्य निर्मल कौर बोध के नेतृत्व में बड़ी संख्या में मिशनरी साथी फुले फिल्म देखने होशियारपुर गए थे|
और अब जस्सी खानपुर, मास्टर करनैल, चरणजीत बाहोवाल, बलवंत नौनीतपुर और पिंकी खानपुर मिलकर माहिलपुर क्षेत्र के अलग-अलग गांवों के साथियों को फुले फिल्म दिखाने का प्रयास कर रहे हैं। आज बातचीत करते हुए निर्मल कौर बोध ने बताया कि यह फिल्म सरदुल्लापुर के नजदीक सैला खुर्द में ए. जी. स्टार सिनेमा बद्दोआं में दिखाई गई। 
उन्होंने कहा कि सदियों से दबे-कुचले, दबे-कुचले समाज और हर समाज की महिलाओं को यह फिल्म जरूर देखनी चाहिए, ताकि उन्हें पता चले कि महिलाओं को पढ़ने का अधिकार दिलाने के लिए महात्मा ज्योति राव फुले और माता सावित्री बाई फुले को कितना संघर्ष करना पड़ा था। 
फिल्म 'फुले' का शो देखते समय निर्मल कौर बोध, थानेदार सुखदेव सिंह, अमरजीत कौर, मास्टर करनैल सिंह, किट्टी खानपुर, सुखविंदर कुमार, अमरजीत कौर, सुमिता के अलावा माहिलपुर क्षेत्र से बड़ी संख्या में मिशनरी साथी और उनके पारिवारिक सदस्य मौजूद थे।