पंजाब में स्कूल इंचार्ज का निलंबन और शिक्षा से जुड़े मुद्दों पर गहन चर्चा

शिक्षा का मूल उद्देश्य विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास करना और उन्हें जीवन कौशल सिखाना है। पंजाब में गुरबानी सिद्धांतों के तहत श्रम पंजाबियों के जीवन का अभिन्न अंग है। स्कूल विद्यार्थियों को जीवन कौशल में परिपक्व करने की इकाई है। पिछले एक समय से स्कूलों में विद्यार्थियों को व्यावहारिक जीवन से अलग करके सैद्धांतिक ज्ञान तक सीमित रखा जा रहा है। व्यावसायिक शिक्षा, एन.एस.एस., एन.सी.सी., कृषि एवं बागवानी, सिलाई, खाद्य निर्माण एवं संरक्षण तथा सामाजिक संपर्क कार्यक्रम स्कूली शिक्षा का अभिन्न अंग हैं।

शिक्षा का मूल उद्देश्य विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास करना और उन्हें जीवन कौशल सिखाना है। पंजाब में गुरबानी सिद्धांतों के तहत श्रम पंजाबियों के जीवन का अभिन्न अंग है। स्कूल विद्यार्थियों को जीवन कौशल में परिपक्व करने की इकाई है। पिछले एक समय से स्कूलों में विद्यार्थियों को व्यावहारिक जीवन से अलग करके सैद्धांतिक ज्ञान तक सीमित रखा जा रहा है। व्यावसायिक शिक्षा, एन.एस.एस., एन.सी.सी., कृषि एवं बागवानी, सिलाई, खाद्य निर्माण एवं संरक्षण तथा सामाजिक संपर्क कार्यक्रम स्कूली शिक्षा का अभिन्न अंग हैं।
 शिक्षा विभाग ने श्री गोइंदवाल साहिब स्थित स्कूल ऑफ एमिनेंस के स्कूल इंचार्ज को ‘सिख्य क्रांति’ कार्यक्रम के तहत बिजनेस ब्लास्टर से जुड़े विद्यार्थियों को भोजन परोसने का वीडियो सामने आने के बाद निलंबित कर दिया है। इस संबंध में स्कूल इंचार्ज व पीड़ित गुरप्रताप सिंह ने बताया कि पंजाब सरकार के निर्देशानुसार स्कूल में एक समारोह करवाया गया था जिसमें क्षेत्र के हरजीत सिंह संधू चेयरमैन मार्केट कमेटी नौशहरा पन्नूआं स्कूल के विकास कार्यों का उद्घाटन करने पहुंचे थे। 
पूरा समारोह सरकार के निर्देशानुसार करवाया गया जिसमें शिक्षा विभाग की मुहिम बिजनेस ब्लास्टर के तहत विद्यार्थियों को ऐसे व्यवसाय में रूचि पैदा करने के लिए स्टाल लगाए गए जिसमें विद्यार्थी काम कर रहे हैं। इस संबंध में गवर्नमेंट स्कूल लेक्चरर यूनियन पंजाब के अध्यक्ष संजीव कुमार ने कहा कि स्कूल में विद्यार्थियों को पढ़ाने की नीयत से किए जा रहे कार्य को बाल मजदूरी से जोड़ना दुर्भाग्यपूर्ण है। संबंधित लेक्चरर इंचार्ज की स्थिति जाने बिना विभाग द्वारा कार्रवाई करना कभी भी जायज नहीं है। 
उन्होंने बताया कि इस संबंध में माननीय शिक्षा मंत्री के मीडिया सलाहकार गुरमीत सिंह भलाईयाना के माध्यम से मंत्री से संपर्क किया गया तथा माननीय शिक्षा मंत्री ने आज व्यक्तिगत रूप से गुरप्रताप सिंह को सुनवाई के लिए बुलाया है। इस संबंध में संगठन के राज्य प्रेस सचिव रणबीर सिंह सोहल ने कहा कि 'रानी अपने पैर धोने वाली गोली नहीं कहती' अर्थात स्कूल विद्यार्थियों के हैं, विद्यार्थियों के लिए हैं, इसलिए विद्यार्थियों को स्कूल के रख-रखाव में शामिल किया जाना चाहिए, जिससे उनमें स्कूल के प्रति अपनेपन की भावना पैदा होती है। 
उन्होंने विद्यार्थियों को मजदूर कहने वाले नकारात्मक स्वभाव के लोगों से अपील की कि वे स्कूल के असली मालिकों विद्यार्थियों को मजदूर कहने से परहेज करें। इस समय राज्य महासचिव बलराज सिंह बाजवा ने सरकार से मांग की कि श्री गुरप्रताप सिंह को तुरंत प्रभाव से बहाल किया जाए और ऐसे किसी भी मुद्दे पर कार्रवाई करने से पहले तथ्यों की पुष्टि की जाए और कथित व्यक्ति को गिरफ्तार किया जाए।