
श्री वासुदेव देवनानी ने पर्यावरण संरक्षण और सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने के लिए किड्स, वायु और हरित महाकुंभ: एक जादुई सांस्कृतिक यात्रा पुस्तिका का विमोचन किया।
चंडीगढ़, 25 जनवरी, 2025- राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष श्री वासुदेव देवनानी ने आज 24 जनवरी 2025 को राजस्थान विधानसभा, जयपुर में स्टूडेंट फॉर डेवलपमेंट और पर्यावरण संरक्षण गतिविधि द्वारा आयोजित राष्ट्रीय पर्यावरण युवा संसद 2025 के दौरान किड्स, वायु और हरित महाकुंभ: एक जादुई सांस्कृतिक यात्रा पुस्तिका का विमोचन किया।
चंडीगढ़, 25 जनवरी, 2025- राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष श्री वासुदेव देवनानी ने आज 24 जनवरी 2025 को राजस्थान विधानसभा, जयपुर में स्टूडेंट फॉर डेवलपमेंट और पर्यावरण संरक्षण गतिविधि द्वारा आयोजित राष्ट्रीय पर्यावरण युवा संसद 2025 के दौरान किड्स, वायु और हरित महाकुंभ: एक जादुई सांस्कृतिक यात्रा पुस्तिका का विमोचन किया। यह कॉमिक पुस्तिका बच्चों को महाकुंभ उत्सव के महत्व और पर्यावरण संरक्षण के महत्व के बारे में शिक्षित करने के उद्देश्य से तैयार की गई है। यह पुस्तिका अंकुर स्कूल, चंडीगढ़ के कक्षा 8 के छात्र आदित्य खैवाल और पंजाब विश्वविद्यालय के यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के बीटेक छात्र लक्ष्य खैवाल द्वारा लिखी गई है।
विमोचन के दौरान श्री देवनानी ने इस शैक्षिक उपकरण के नवीन दृष्टिकोण पर प्रकाश डाला, जो हरित महाकुंभ पहल पर केंद्रित है, जिसमें बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण, जलवायु कार्रवाई और एक थेला एक थाली जैसी विभिन्न हरित पहलें शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, पुस्तिका महाकुंभ उत्सव से जुड़ी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और आध्यात्मिक मान्यताओं की ullekhकरती है। श्री देवनानी ने कहा कि यह पुस्तिका युवा मन में पर्यावरण के प्रति जागरूकता की भावना जगाएगी, साथ ही भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत का जश्न भी मनाएगी।
श्री देवनानी ने आगे कहा कि कॉमिक्स के माध्यम से बच्चों को शिक्षित करना एक शक्तिशाली माध्यम है, क्योंकि इसका दीर्घकालिक प्रभाव पड़ने की क्षमता है। उन्होंने कहा कि बच्चों को हमारे जीवन में प्रकृति की महत्वपूर्ण भूमिका की समझ होगी और वे एक टिकाऊ भविष्य के लिए पर्यावरण के संरक्षण में कैसे योगदान कर सकते हैं। श्री देवनानी ने उल्लेख किया कि जलवायु परिवर्तन शमन, वृक्षारोपण और सांस्कृतिक प्रथाओं के विषयों को एक साथ बुनता है, जो महाकुंभ उत्सव को न केवल एक महत्वपूर्ण आध्यात्मिक आयोजन के रूप में बल्कि पर्यावरण चेतना को प्रोत्साहित करने वाले आयोजन के रूप में भी प्रस्तुत करता है।
लेखकों के मार्गदर्शक के रूप में कार्य करने वाले पंजाब विश्वविद्यालय के पर्यावरण अध्ययन विभाग की प्रोफेसर डॉ. सुमन मोर और पीजीआईएमईआर, चंडीगढ़ के सामुदायिक चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य विद्यालय के प्रोफेसर डॉ. रवींद्र खैवाल ने इस पर गर्व व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि पुस्तिका बच्चों को पर्यावरण संरक्षण प्रयासों में सक्रिय भागीदार बनने के लिए प्रोत्साहित करती है, जो एक हरित और स्वस्थ ग्रह बनाने के लिए सामूहिक कार्रवाई के महत्व पर जोर देती है। दोनों प्रोफेसरों ने जोर देकर कहा कि कॉमिक का एकता, शांति और संधारणीयता जैसे मूल्यों पर ध्यान केंद्रित करना एक स्वच्छ, अधिक संधारणीय भारत के व्यापक दृष्टिकोण के अनुरूप है।
किड्स, वायु और हरित महाकुंभ पुस्तिका के बारे में अधिक जानकारी और इसे डाउनलोड करने के लिए कृपया विजिट करें: https://www.care4cleanair.com/awarenessmaterial
