पेंशनर दिवस धूमधाम से मनाया गया

होशियारपुर- पंजाब पेंशनर कल्याण संघ जिला होशियारपुर द्वारा वार्षिक पेंशनर दिवस भारत पैलेस होशियारपुर में धूमधाम से मनाया गया। इसकी अध्यक्षता संघ के महासचिव एवं जिला अध्यक्ष कुलवरन सिंह ने की। यह कार्यक्रम पेंशनर संगठन के दिवंगत बाबा बोहड़ श्री महेंद्र सिंह परिवाणा जी को समर्पित था।

होशियारपुर- पंजाब पेंशनर कल्याण संघ जिला होशियारपुर द्वारा वार्षिक पेंशनर दिवस भारत पैलेस होशियारपुर में धूमधाम से मनाया गया। इसकी अध्यक्षता संघ के महासचिव एवं जिला अध्यक्ष कुलवरन सिंह ने की। यह कार्यक्रम पेंशनर संगठन के दिवंगत बाबा बोहड़ श्री महेंद्र सिंह परिवाणा जी को समर्पित था। 
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पंजाब नेशनल बैंक होशियारपुर के उप मंडल प्रमुख श्री आलोक कुमार गुप्ता थे तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में महान ट्रेड यूनियन नेता मास्टर हरकंवल सिंह, श्री जवंद सिंह जिला अध्यक्ष गुरदासपुर, श्री सतीश राणा संयोजक पंजाब कर्मचारी पेंशनर संयुक्त मोर्चा उपस्थित थे। कार्यक्रम की शुरुआत में चालू वर्ष के दौरान दिवंगत हुए पेंशनरों को श्रद्धांजलि देने के लिए दो मिनट का मौन रखा गया। कार्यक्रम की कार्यवाही प्रेस को जारी करते हुए राज्य प्रेस सचिव बलबीर सिंह सैनी ने बताया कि कार्यक्रम की शुरुआत में मंच सचिव की भूमिका निभा रहे वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूरज प्रकाश ने संगठन द्वारा पिछले समय में किए गए संघर्षों और संगठनात्मक गतिविधियों पर प्रकाश डाला। 
जिला सचिव कृपाल सिंह ने मुख्य अतिथि, विशेष अतिथियों और भाग लेने वाले पेंशनरों का स्वागत किया। इस दौरान उनके द्वारा संगठनात्मक वार्षिक रिपोर्ट और श्री सुदेश चंद्र शर्मा द्वारा वित्तीय रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। उपरोक्त दोनों रिपोर्टों को सदन द्वारा सर्वसम्मति से पारित किया गया। कार्यक्रम के दौरान विभिन्न वक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त किए और आम आदमी पार्टी सरकार की कर्मचारियों/पेंशनरों के प्रति हानिकारक नीतियों की कड़े शब्दों में निंदा की। 
वक्ताओं ने पेंशनरों की मांगों को उठाया, जिसमें 2016 से पहले सेवानिवृत्त पेंशनरों को 2.59 के गुणांक से संशोधित करके पेंशन देना, 1.1.2016 से 30.6.2021 तक का बकाया एकमुश्त जारी करना, डीए का बकाया और किश्तें जारी करना और कैशलेस योजना लागू करना और मेडिकल भत्ता बढ़ाकर 1500 रुपये करना शामिल है। 2000 रुपए प्रतिमाह देने, 4 जनवरी से नियमित भर्ती हुए कर्मचारियों को पुरानी पेंशन प्रणाली बहाल करने, सीपीएफ की जगह जीपी फंड देने, कच्चे कर्मचारियों की बहाली, नई भर्ती और नियमित करने की मांगों की कड़ी निंदा की गई और पंजाब की मान सरकार के खिलाफ कड़ा विरोध जताया गया। 
वक्ताओं ने मान सरकार पर आरोप लगाया कि समय-समय पर किए गए संघर्षों के दौरान भी सरकार बैठकों के लिए समय देने से इनकार करती रही है। नेताओं ने सभी सरकारों की कारगुजारियों के खिलाफ बोलते हुए कहा कि सभी राजनीतिक नेताओं की कथनी और करनी में अंतर के कारण वे अब भरोसेमंद नहीं रहे, इसलिए उन्होंने पेंशनरों को आगे के संघर्षों के लिए तैयार रहने पर जोर दिया।